कानपुर : शहर की सीसामऊ सीट से सपा विधायक इरफान सोलंकी के सितारे गर्दिश में हैं. करीब 11 माह पहले शहर के जाजमऊ थाना क्षेत्र में हुए आगजनी कांड ने विधायक का करियर एक तरह से खत्म सा कर दिया है. एक के बाद एक करके सपा विधायक के खिलाफ कानपुर कमिश्नरेट के कई थानों में 10 से अधिक मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. उनके भाई रिजवान सोलंकी व कई अन्य करीबियों को भी जेल की हवा खानी पड़ रही है. अब मामले में जल्द कोर्ट का फैसला आ सकता है.
सरकारी गवाह ने फिर कराया डराने, धमकाने का मुकदमा : दो दिनों पहले ही सपा विधायक इरफान सोलंकी के भाई रिजवान सोलंकी, उनके करीबी शौकत अली समेत 11 अन्य पर दोबारा जाजमऊ थाने में मुकदमा दर्ज हुआ. इस मामले पर संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है उक्त आरोपियों के खिलाफ इस आगजनी कांड के सरकारी गवाह विष्णु सैनी ने डराने, धमकाने व जान से मारने की धमकी का मुकदमा दर्ज कराया है. कोर्ट ने शौकत अली को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भी भेज दिया है.
सपा विधायक महाराजगंज तो भाई कानपुर जेल में बंद : सपा विधायक इरफान सोलंकी पिछले करीब 11 माह से जहां महाराजगंज जेल में बंद हैं, वहीं उनके भाई रिजवान सोलंकी को कानपुर जेल में रखा गया है. कुछ माह पहले दोनों भाइयों को कानपुर जेल में बंद किया गया था, लेकिन जेल की व्यवस्था प्रभावित होने की वजह से सपा विधायक को कानपुर से हटा दिया गया था. वहीं, इस पूरे मामले में सबसे रोचक बात यह भी है, कि जब-जब सपा विधायक इरफान सोलंकी कानपुर पेशी पर आते हैं तो सरकार पर कटाक्ष करते हुए किसी तरह की शायरी जरूर पढ़ते हैं. पिछली पेशी के दौरान उन्होंने कहा था, कि- मेरे साथ फैसला नहीं इंसाफ होगा.
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