कानपुर: शहर में 22 दिसंबर को वीर बाल दिवस के उपलक्ष्य में 200 स्कूलों के दो लाख छात्र-छात्राएं अपने स्कूल गेट के बाहर आधे घंटे के लिए खड़े होंगे और गुरुगोविंद सिंह के लख्ते जिगर चार साहिबजादों की शहादत के लिए मानव श्रृंखला बनाएंगे. सूबे के अंदर कानपुर के साथ ही 10 जिलों के अन्य छात्र भी श्रृंखला बनाएंगे. सिख वेलफेयर सोसाइटी की ओर से इसका आयोजन होगा. बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष गुरुविंदर सिंह छाबड़ा ने दी.
प्रदेश अध्यक्ष गुरुविंदर सिंह छाबड़ा ने बताया कि साल 2018 में ही कानपुर से यह मांग उठी थी कि चार साहिबजादों की शहादत को वीर बाल दिवस के रूप में घोषित किया जाए. इसके लिए साल 2021 में पीएम मोदी ने 26 दिसंबर तिथि तय कर दी. आगे कहा कि इस तिथि पर सीएम योगी आदित्यनाथ अपने आवास पर वीर बाल दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगे. वार्ता के दौरान चरनजीत सिंह, मनप्रीत सिंह, अवध बिहारी मिश्रा आदि मौजूद रहे.
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28 को होगा कीर्तन: गुरुविंदर सिंह छाबड़ा ने बताया कि 28 दिसंबर को सिख वेलफेयर सोसाइटी की ओर से मोतीझील मैदान में कीर्तन का आयोजन होगा. साथ ही शहीदों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. वहीं, दोपहर से ही लंगर का कार्यक्रम भी शुरू हो जाएगा, जिसमें शहर के लाखों लोग पहुंचकर लंगर का प्रसाद चखेंगे. 22 और 28 दिसंबर के कार्यक्रमों को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. शहर के जिन स्कूलों के छात्र हिस्सा लेंगे, उन्हें भी सूचना दे दी गई है.
अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष आ सकते हैं: सिख वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष चरनजीत सिंह ने बताया कि 28 दिसंबर को कीर्तन के कार्यक्रम में अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष (केंद्र सरकार) इकबाल सिंह लालपुरा भी आ सकते हैं. जबकि मुंबई से रागी परविंदर सिंह आकर शहादत का इतिहास बताएंगे.
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