कानपुर : अभी शहर में कई ट्रैफिक पुलिसकर्मी ऐसे हैं जो सालों पुराने ढर्रे पर रहते हुए किसी तरह अपनी नौकरी करते हैं और वापस घर चले जाते हैं. शहर में वाहनों का संचालन बेहतर ढंग से हो सके, इसके लिए वह अपने स्तर से कोई कवायद नहीं करते, लेकिन अब शहर के चौराहों पर जो ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात होंगे वह आधुनिक तकनीक से लैस होंगे और स्मार्ट वर्किंग के जरिए जाम को पूरी तरह खत्म कर देंगे. जिससे राहगीर बिना किसी देरी के फर्राटा भर सकें.
डीसीपी ट्रैफिक रवीना त्यागी ने इस कवायद के लिए पहले चरण में 150 ट्रैफिक पुलिसकर्मियों का टेस्ट कराया. जिसमें 40 पुलिसकर्मी ऐसे सामने आए जो स्मार्ट वर्किंग सिस्टम को सीखने के लिए पूरी तरह से दक्ष थे. उन सभी की ट्रेनिंग शुरू करा दी गई है. अगले चरण में बचे 110 पुलिसकर्मियों के सामने खुद को अब बेहतर साबित करने का मौका होगा.
सीसीटीवी सर्विलांस, आईसीसीसी, ई-चालान सिस्टम जानेंगे : डीसीपी ट्रैफिक रवीना त्यागी ने ईटीवी भारत से बताया कि शहर की प्रमुख समस्याओं में शामिल जाम को पूरी तरह खत्म करने के लिए पहली बार इस तरह की कवायद हो रही है. हम अपने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को तकनीकि जानकारियों से लैस कर देंगे. ऐसे में यह कर्मी सीसीटीवी सर्विलांस, ई-चालान सिस्टम, इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर समेत अन्य प्रक्रियाओं को बेहतर ढंग से समझेंगे और ट्रैफिक से जुड़ी गतिविधियों पर त्वरित रिस्पांस करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारा मकसद है हम तकनीक के सहारे सिस्टम की कार्यप्रणाली को बेहतर करें.
जागरूक करेंगी चार टीमें : डीसीपी ट्रैफिक रवीना त्यागी ने बताया कि शहर के लोगों को यातायात नियमों की जानकारी देने के साथ ही उन्हें जागरूक करना बहुत जरूरी है. इसलिए अभी तक एक टीम यह काम कर रही थी. अब शहर में चार टीमें लोगों को जागरूक करने की दिशा में कवायद करेंगी.
यह भी पढ़ें : नगर निकाय चुनावः संभल में स्टैटिक मजिस्ट्रेट ने वाहन चेंकिंग में पकड़े 10 लाख रुपये