कानपुर: देश और दुनिया में कानपुर के चमड़े व चमड़े से तैयार उत्पादों की जबरदस्त डिमांड है. हालांकि पिछले तीन माह से शहर के चमड़ा कारोबारी बेहद परेशान हैं, क्योंकि लगातार चीन, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, ईरान, ईराक समेत अन्य देशों से एक्सपोर्ट घटता जा रहा है. इसका मुख्य कारण सामने आया है चीन व अन्य देशों में कोरोना के नया वैरिएंट का असर. उद्योग जगत के विशेषज्ञों का कहना है कि साल 2022 की शुरुआत में कुछ माह के लिए कारोबार ने रफ्तार पकड़ी थी लेकिन, अगस्त के बाद से आर्डर लगातार कम होते जा रहे हैं. अब, अमेरिका व अन्य देशों में बाजार संभलने की दिशा में हैं, ऐसे में आने वाले कुछ माह में ही उद्यमियों को राहत मिलने की संभावना है.
इस पूरे मामले पर इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (IIA) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील वैश्य ने बताया कि कोरोना के नए वायरस ने ऐसा कहर मचाया है कि शहर से जो मुख्य रूप से चमड़े के उत्पाद एक्सपोर्ट होते हैं उनका कारोबार औसतन 40 फीसदी तक कम हो गया है. इसके अलावा, प्लास्टिक गुड्स, बहुमूल्य रत्न, मसाले समेत अन्य उत्पादों के कारोबार भी प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा, कि चीन में तो कम पर अमेरिका व मिडिल ईस्ट देशों में कानपुर के कई उत्पादों का अच्छा एक्सपोर्ट होता है. हालांकि, इस समय जिन परिस्थितयों से उद्यमी गुजर रहे हैं, वह उनके लिए एक संकट का समय है.
आंकड़ों पर एक नजर
देश का कुल सालाना एक्सपोर्ट: 400 बिलियन
उप्र से कुल वार्षिक एक्सपोर्ट: सवा लाख करोड़ रुपये
कानपुर से कुल एक्सपोर्ट सालाना : 9500 करोड़ रुपये
कानपुर से चीन, अमेरिका व मिडिल ईस्ट देशों में सालाना एक्सपोर्ट: 2000 करोड़ रुपये
1.कानपुर से अमेरिका भेजे जाने वाले उत्पाद
चमड़ा, चमड़े से बने जूते, बैग, बेल्ट, पर्स आदि.
2.कानपुर से चीन भेजे जाने वाले उत्पाद
प्लास्टिक गुड्स, बहुमूल्य रत्न, मसाले, अचार आदि.
3.कानपुर से मिडिल ईस्ट देशों में भेजे जाने वाले उत्पाद
कच्चा चमड़ा, लोहा व स्टील के उत्पाद.