कानपुर: शहीद डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा की बेटी वैष्णवी मिश्रा अपने बहादुर पिता के हत्यारों को खुद सजा दिलाना चाहती हैं. उन्होंने अपने पिता की शहादत के बाद शोक के गमगीन माहौल में अपने हौसलों को न सिर्फ परवाज देने की ठान ली है, बल्कि खुद खाकी पहनकर हत्यारों को सजा देने की भी बात कर रही हैं.
इतना ही नहीं, एक ओर जहां शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा के साढ़ू कमलाकंत दुबे पुलिस और ढाई लाख के इनामी विकास दुबे के गठजोड़ को लेकर पुलिस महकमे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर वे उनके परिजनों को सुरक्षा देने की बात कह रहे हैं. कमलाकांत दुबे ने डिप्टी एसपी के मार्च में उच्च अधिकारियों को लिखे गए पत्र का हवाला देते हुए कहा कि यदि समय रहते पुलिस के आला अधिकारियों ने कार्रवाई की होती तो इतनी बड़ी घटना को रोका जा सकता था. बहुत ही आश्चर्यजनक बात है कि पुलिस के अंदर के लोग मोस्टवांटेड के साथ मिले हुए थे.
गौरतलब है कि कानपुर महानगर के थाना चौबेपुर के बिकरू गांव में दबिश देने गए आठ पुलिसकर्मियों की कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके साथियों ने गोलियां बरसाकर हत्या कर दी, जिसके बाद पूरे प्रदेश में तहलका मच गया. वहीं आज शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा का एक सरकारी पत्र वायरल होने के बाद से पूरे पुलिस महकमे पर सवाल खड़े होने लगे हैं.
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सवाल उठ रहे हैं कि जब 3 महीने पहले सीओ ने एसएसपी को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने पुलिस और विकास दुबे के बीच साठगांठ का ब्योरा दिया था. साथ ही इस बात का भी जिक्र किया था कि अगर इसके ऊपर कार्रवाई नहीं हुई तो कोई बड़ी घटना हो सकती है, फिर भी आला अधिकारियों ने इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया, जिसके चलते कानपुर महानगर में इतनी बड़ी घटना हो गई.