कानपुर: इको फ्रेंडली प्रधानमंत्री आवास बनाने और इस योजना का सही ढंग से क्रियान्वयन करने में कानपुर देश में शीर्ष स्थान पर आया है. इसके लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने वीसी को प्रेस्टीजियस क्लाइंट अवार्ड दिया. एसोचैम के वर्चुअल आयोजन में कानपुर की न सिर्फ देशभर में सराहना हुई, बल्कि प्रधानमंत्री आवास को फाइव स्टार की रेटिंग दी गई.
ईको फ्रेंडली प्रधानमंत्री आवास बनाने में केडीए को मिला अवार्ड
केडीए के वीसी को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने प्रेस्टीजियस क्लाइंट अवार्ड दिया है. यह अवार्ड इसलिए दिया गया है क्योंकि केडीए ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो आवास बनवाए हैं, वह बिस्कुल सही तरह से बने हैं.
केडीए को मिला अवार्ड.
कानपुर: इको फ्रेंडली प्रधानमंत्री आवास बनाने और इस योजना का सही ढंग से क्रियान्वयन करने में कानपुर देश में शीर्ष स्थान पर आया है. इसके लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने वीसी को प्रेस्टीजियस क्लाइंट अवार्ड दिया. एसोचैम के वर्चुअल आयोजन में कानपुर की न सिर्फ देशभर में सराहना हुई, बल्कि प्रधानमंत्री आवास को फाइव स्टार की रेटिंग दी गई.
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली में आयोजित एसोचैम के वर्चुअल आयोजन में केडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह को प्रेस्टीजियस क्लाइंट अवार्ड से नवाजा. इस कार्यक्रम में बताया गया कि केडीए ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो 10032 आवास बनाए हैं. वह सभी ग्रीन बिल्डिंग के रूप में फाइव स्टार रेटिंग हासिल कर चुके हैं. खास बात यह है कि वर्ष 2015 में केडीए इतने आवास बनाने का ही लक्ष्य रखा था. सारे आवास बनाकर लाटरी के जरिए आवंटित भी कर दिए गए. केंद्र सरकार की नजर में इसे बेहतर माना गया. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतर काम करने वाले 16 विभागों और सरकारी संस्थाओं के उच्च अधिकारियों को सम्मानित किया. इसमें केडीए के वीसी राकेश सिंह का नाम भी शामिल है.
पीएम आवास को फाइव स्टार मिलना गर्व की बात
कानपुर विकास प्राधिकरण के वीसी राकेश सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि प्रेस्टीजियस क्लाइंट का मतलब है सरकार का ऐसा व्यक्ति जिसने योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ ही निर्माण खर्च में भी राहत पहुंचाई हो. इस सम्मान को वीसी ने पूरे विकास प्राधिकरण के अधिकारियों और कर्मचारियों को समर्पित बताया.
फ्लाई ऐश के इस्तेमाल से बची पानी की बर्बादी
केडीए वीसी राकेश सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास में दीवारें बनाने में ईंट की जगह फ्लाई ऐश के बॉक्स का इस्तेमाल किया गया. इसे जोड़ने के लिए प्लास्टर की जगह केमिकल लगता है. प्लास्टर न होने से दीवारों की तराई की भी जरूरत नहीं पड़ती है. इससे पानी की बर्बादी बची. बाकी निर्माण इस ढंग से किए गए कि बाहर के तापमान से 4 डिग्री कम तापमान भवनों का होगा. केडीए ने महावीर नगर विस्तार, रामगंगा एनक्लेव, सकरापुर और भागीरथी जहान्वी एनक्लेव में पीएम आवास बनाए हैं. साथ ही रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम का भी पूरा ख्याल रखा गया है जो पर्यावरण के लिए काफी अहम है.
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली में आयोजित एसोचैम के वर्चुअल आयोजन में केडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह को प्रेस्टीजियस क्लाइंट अवार्ड से नवाजा. इस कार्यक्रम में बताया गया कि केडीए ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो 10032 आवास बनाए हैं. वह सभी ग्रीन बिल्डिंग के रूप में फाइव स्टार रेटिंग हासिल कर चुके हैं. खास बात यह है कि वर्ष 2015 में केडीए इतने आवास बनाने का ही लक्ष्य रखा था. सारे आवास बनाकर लाटरी के जरिए आवंटित भी कर दिए गए. केंद्र सरकार की नजर में इसे बेहतर माना गया. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतर काम करने वाले 16 विभागों और सरकारी संस्थाओं के उच्च अधिकारियों को सम्मानित किया. इसमें केडीए के वीसी राकेश सिंह का नाम भी शामिल है.
पीएम आवास को फाइव स्टार मिलना गर्व की बात
कानपुर विकास प्राधिकरण के वीसी राकेश सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि प्रेस्टीजियस क्लाइंट का मतलब है सरकार का ऐसा व्यक्ति जिसने योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ ही निर्माण खर्च में भी राहत पहुंचाई हो. इस सम्मान को वीसी ने पूरे विकास प्राधिकरण के अधिकारियों और कर्मचारियों को समर्पित बताया.
फ्लाई ऐश के इस्तेमाल से बची पानी की बर्बादी
केडीए वीसी राकेश सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास में दीवारें बनाने में ईंट की जगह फ्लाई ऐश के बॉक्स का इस्तेमाल किया गया. इसे जोड़ने के लिए प्लास्टर की जगह केमिकल लगता है. प्लास्टर न होने से दीवारों की तराई की भी जरूरत नहीं पड़ती है. इससे पानी की बर्बादी बची. बाकी निर्माण इस ढंग से किए गए कि बाहर के तापमान से 4 डिग्री कम तापमान भवनों का होगा. केडीए ने महावीर नगर विस्तार, रामगंगा एनक्लेव, सकरापुर और भागीरथी जहान्वी एनक्लेव में पीएम आवास बनाए हैं. साथ ही रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम का भी पूरा ख्याल रखा गया है जो पर्यावरण के लिए काफी अहम है.