कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां 18 लाख रुपये के लेन-देन के विवाद में बिल्डर ने पेट्रोल डालकर ठेकेदार को जला दिया. घटना में गंभीर रूप से घायल ठेकेदार को आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां 4 घंटे बाद ठेकेदार की बुधवार को मौत हो गई.
गौरतलब है कि मंगलवार देर रात ठेकेदार राजेंद्र प्रसाद पाल को जलाया गया था. वहीं, पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए मृतक के बेटे की तहरीर पर आरोपी बिल्डर शैलेंद्र श्रीवास्तव और उसके मुंशी राघवेंद्र तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है.
ठेकेदार राजेंद्र पाल का आखिरी बयान
पुलिस ने ठेकेदार राजेंद्र पाल का वीडियो रिकॉर्डिंग बयान दर्ज किया. जिसमें उसने बताया कि बिल्डर शैलेंद्र श्रीवास्तव के घर वह अपने बकाए 18 लाख रुपये मांगने गया था, लेकिन बिल्डर पैसा देने को तैयार नहीं था. जिसके बाद उन्होंने दरवाजा बंद कर मुझे पीटा और राघवेंद्र तिवारी के साथ मिलकर मुझे जला दिया. गौरतलब है कि बयान के चंद घंटों बाद राजेंद्र पाल की मौत हो गई.
पुलिस पर उठे सवाल
पूरे मामले में पुलिस भी कटघरे में खड़ी नजर आ रही है. पिता राजेंद्र पाल की मौत की खबर सुनते ही परिजन बदहवास हो गए. राजेंद्र पाल की बेटी पुष्पा ने हत्यारों को कठोर से कठोर सजा मिलने की अपील की है. साथ ही यह भी बताया कि पूर्व में संबंधित थाने में प्रार्थना पत्र दिया गया था, लेकिन राजनीतिक सहयोग के चलते बिल्डर शैलेंद्र श्रीवास्तव पर पुलिस दबाव नहीं बना पाई. जिस कारण आज पिता राजेंद्र पाल को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. अगर पुलिस ने समय रहते मामले में कार्रवाई की होती तो आज पिता राजेंद्र पाल जिंदा होते.
एसीपी कैंट मकान शेखर ने बताया कि मृतक राजेंद्र पाल के बेटे अरविंद की तहरीर पर आरोपी बिल्डर शैलेंद्र श्रीवास्तव और उसके मुंशी राघवेंद्र तिवारी को गिरफ्तार किया गया है और आगे वैधानिक कार्रवाई करते हुए जेल भेजे जाने की तैयारी की जा रही है.
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