कानपुर: प्रकृति और वन्य जीव प्रेमियों के चेहरे पर मुस्कराहट लाने के लिए यह खबर शायद काफी होगी कि कानपुर के प्राणी उद्यान में देश का पहला बर्ड सफारी बनाया गया है, वह भी प्राकृतिक सुंदरता के साथ. कई एकड़ में फैले कानपुर चिड़ियाघर में प्राकृतिक जंगल और झील में विदेशी पक्षियों के साथ प्रकृति प्रेमी दर्शक एक अनूठा लुफ्त उठा सकेंगे.
मेहमान परिंदों का लगने लगा डेरा
कानपुर का चिड़ियाघर हमेशा अपने दर्शकों को लुभाने के लिए नित नए प्रयोग करता रहता है. चिड़ियाघर में बाल ट्रेन चलाई गयी, जिसकी दर्शकों ने जमकर सराहना की थी. अब इस कड़ी में कानपुर चिड़ियाघर में दर्शकों के लिए बर्ड सफारी बनाया गया है, जोकि अपने आप में अद्भुत है. चिड़ियाघर में कई एकड़ में घना जंगल और झील है, जिसमे अब बर्ड सफारी बनाया गया है. बर्ड सफारी वाले इलाके में देशी और विदेशी पक्षियों का डेरा लगना शुरू हो चुका है.
ब्रिटिश कालीन है यह प्राणी उद्यान
ब्रिटिश शासनकाल में इस जंगल को चिड़ियाघर बना दिया गया था. झील को भी बनवाया था. इसको तब गंगा से जोड़ा गया था. उसके बाद चिड़ियाघर बना, लेकिन झील दर्शकों के लिए इसे नहीं खोला गया और प्रशानिक स्तर पर इस पर काम नहीं किया गया. लेकिन गंगा से सीधे जुड़ने की वजह से झील में पानी रहता था, जिससे कई प्रजाति के पक्षियों का यह बसेरा बन गया.
चिड़ियाघर के वर्तमान निदेशक सुनील चौधरी बर्ड सफारी को एक बड़ी उपलब्धि मान रहे है. इनका कहना है कि चिड़ियाघर में डेढ़ से दो किलोमीटर का जंगल है. उस इलाके को डेवलप किया गया है, जिससे पब्लिक प्रकृति की अनुभूति कर सके. इस झील में घड़ियाल और मगरमच्छ हैं. लेकिन दर्शकों के जाने के लिए सुरक्षित रास्ता बनाया गया है. पक्षियों को देखने के लिए कई पॉइंट बनाये गए हैं. वॉच टावर और पिकनिक पॉइंट बनाये गए हैं. पूरे रास्ते में सांप, घड़ियाल, मगरमच्छ और कई प्रजातियों की चिड़िया यहां पर दिखाई पड़ेंगी. इस तरह के दृश्य लोगों को प्रकृति की खूबसूरती और पक्षियों का करलव की ओर आकर्षित करेगा.