कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के बांसमंडी स्थित कपड़ा मार्केट में कुछ घंटों की आग में सैकड़ों दुकानें जलकर स्वाहा हो गईं. इस घटना से यह बात भी सामने आई है कि इन दुकानों का सालों से इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट नहीं हुआ था जो बहुत जरूरी होता है. खुद इस बात को डीजी फायर सर्विस अविनाश चंद्र ने तब बताया, जब उन्हें कानपुर में हुए आगजनी मामले की जानकारी मिली. उन्होंने अधीनस्थ अफसरों को निर्देश दिए कि हर घर और दुकान का इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट कराया जाए. हालांकि, यह जिम्मा बिजली सुरक्षा विभाग का है, जिसे लेकर व्यापारियों का कहना है कि संबंधित विभाग के अफसर तो कभी झांकने तक नहीं आते, ऑडिट क्या कराएंगे?
गर्मी के मौसम में इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट बेहद जरूरी: डीजी फायर सर्विस अविनाश चंद्र ने कहा कि गर्मी के मौसम में आगजनी की घटनाएं सर्दी व बारिश की अपेक्षा अधिक होती है. ऐसे में इस मौसम के दौरान किसी को लापरवाही नहीं करनी चाहिए. अगर, इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट होगा तो निश्चित तौर पर हम इंश्योर रहेंगे कि हम सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के अफसरों को यह निरीक्षण करना चाहिए कि जो शहर की बड़ी मार्केट हैं, जहां घनी आबादी में दुकानें हैं, वहां आगजनी से बचाव के सभी इंतजाम हैं या नहीं.
विद्युत सुरक्षा निदेशालय के निदेशक आरएस शुक्ला ने बताया कि फिलहाल तो मैं बांसमंडी मामले की जांच के चलते एक निरीक्षण में व्यस्त हूं. अभी इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट पर बात नहीं कर सकते. कानपुर डीएम विशाख जी ने बताया कि बांसमंडी मामले के बाद केस्को और विद्युत सुरक्षा विभाग के अफसरों संग बैठक करेंगे. हर बिंदु पर बात होगी. इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट कराना सभी को कराना होगा, ताकि कभी आगजनी हो तो हम सुरक्षित रहें.