कानपुर: शहर में दो दिनों पहले कलक्टरगंज थाना प्रभारी को एंटी करप्शन टीम ने 50 हजार रुपये घूस के साथ अरेस्ट किया था. जब तक पुलिसकर्मी इस मामले को भूल पाते उससे पहले ही एक और पुलिस अफसर पर कार्रवाई हुई है. बुधवार को पुलिस आयुक्त डॉ. आरके स्वर्णकार ने काकादेव थाना प्रभारी विनय शर्मा को निलंबित कर दिया. थाना प्रभारी पर एक अपराधी को संरक्षण देने का आरोप था और इस मामले में दो थाना प्रभारियों के बीच रार मच गई थी.
डीसीपी ने की थी जांच : डीसीपी सेन्ट्रल प्रमोद कुमार ने इस मामले की जांच एडीसीपी सेन्ट्रल को सौंपी थीं. एडीसीपी की रिपोर्ट पर पुलिस आयुक्त ने काकादेव थाना प्रभारी को प्रथम दृष्टया दोषी माना और निलंबन के आदेश दे दिए. अब इस मामले की चर्चा पूरे शहर में जोरों पर हो रहीं है.
वसूली के लगातार आरोप लग रहे थे: काकादेव थाना प्रभारी विनय शर्मा पर लगातार वसूली के आरोप लग रहे थे. यह जानकारी कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों के संज्ञान में भी काफी समय से थीं. दरअसल काकादेव थाना प्रभारी पर अपने क्षेत्र के एक गांजा तस्कर को संरक्षण देने का गंभीर आरोप भी लग चुका था. उसके बाद जब दो दिनों पहले नवाबगंज थाना प्रभारी ने काकादेव क्षेत्र के दो गांजा तस्करों को अपने थाना क्षेत्र से अरेस्ट किया तब आरोप है कि काकादेव थाना प्रभारी ने नवाबगंज थाना प्रभारी को धमकी दी थी और कहा था कि कार्रवाई हुई तो नाप दूंगा.
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