कानपुर: जिले की नौबस्ता पुलिस का एक और कारनामा सामने आया है. एक निजी पोर्टल के पत्रकार का आरोप है कि पुलिस ने उसे फर्जी मामले में फंसाकर जेल भेज दिया था. जेल से छूटने के बाद पत्रकार ने पुलिस की कार्यप्रणाली की शिकायत सीएम पोर्टल और पीएमओ के पोर्टल पर की थी, जिसकी जांच चल रही थी. वहीं शनिवार देर रात प्रताड़ना का आरोप लगा कर पत्रकार ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया, जिसके बाद युवक के परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया. पत्रकार की हालत अभी भी स्थिर बनी हुई है.
चंदन कठेरिया नाम का यह पत्रकार एक निजी पोर्टल में काम करता है. आरोप है कि कुछ दिन पहले किसी खबर को लेकर वह नौबस्ता थाने गया था, जहां वह वीडियो बनाने लगा, लेकिन इस दौरान थाना प्रभारी कुंज बिहारी मिश्रा और थाने में तैनात आरक्षियों ने उसके साथ बदसलूकी की. इस दौरान उसको फर्जी मामले में जेल भेजने की धमकी भी दी थी. ऐसा हुआ भी. उसे फर्जी मामले में 22 अगस्त को जेल भी भेज दिया गया था, इसकी शिकायत उसने पीएम पोर्टल पर की थी.
शनिवार देर रात को चंदन ने नौबस्ता इंस्पेक्टर सहित विराट नगर चौकी इंचार्ज अजय कुमार के खिलाफ सुसाइड नोट लिख कर आत्महत्या करने की कोशिश की. आत्महत्या से पहले उसने सुसाइड नोट को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसमें बाकायदा थाना प्रभारी और आरक्षियों का नाम भी लिखा है.
युवक ने कोई कीटनाशक खाया है. हालात स्थिर है. मामले की अलाधिकरियों से शिकायत करनी चाहिए थी. ये कदम उठाना गलत है. अगर फर्जी मामले में जेल भेजने की बात है तो उसकी भी जांच चल रही है. जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
-विकास पांडेय, सीओ, गोविंद नगर