कानपुर: आठ पुलिसकर्मियों के हत्यारे कुख्यात विकास दुबे का कनेक्शन जय बाजपेयी के साथ और गहराता जा रहा है. जय बाजपेयी का विकास दुबे से कनेक्शन मिलने के बाद उसे हिरासत में लेकर उससे पूछताछ जारी है. वहीं उसकी पत्नी और मां को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. जय बाजपेयी एसटीएफ की हिरासत में है. जय बाजपेयी और विकास दुबे के बीच करोड़ों के लेन-देन की बात भी सामने आ रही है.
कौन है जय बाजपेयी
जय बाजपेयी स्थानीय व्यापारी है और विकास दुबे के अवैध कामों में संलिप्त रहता है. जय बाजपेयी विकास दुबे के बल पर ही वह विवादित जमीनों में पैसा लगाता था और उनकी खरीद-फरोख्त से पैसे कमाता था. जय बाजपेयी विकास दुबे के खजांची के रूप में काम कर रहा था. बताया जा रहा है कि कानपुर एनकाउंटर के बाद विकास दुबे के फरार होने में जय बाजपेयी ने गाड़ियों का प्रबंध किया था. घटना के एक हफ्ते के अंदर जय बाजपेयी के अकाउंट से 15 लाख रुपये भी विकास दुबे को ट्रांसफर किए गए थे.
जय बाजपेयी के अकाउंट से ट्रांसफर हुए 15 लाख
जय बाजपेयी के बैंक अकाउंट से 1 हफ्ते के अंदर 15 लाख रुपये विकास दुबे को ट्रांसफर किए गए थे, जिसके बाद से जय बाजपेयी और विकास दुबे के बीच कनेक्शन साफ तौर पर स्पष्ट हो रहे हैं. वहीं सीओ के पत्र मिलने के मामले को लेकर तत्कालीन कानपुर के एसएसपी आनंद देव के ऊपर भी सवाल खड़े हो रहे हैं, कि पत्र मिलने के बाद भी कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई.
जय बाजपेई और एसएसपी अनंत देव की तस्वीरें वायरल
दूसरी ओर जय बाजपेयी और एसएसपी अनंत देव की तस्वीरें वायरल होने के बाद अनंत देव संदेह के घेरे में आ गए हैं. बता दें कि एसटीएफ जय बाजपेयी से पूछताछ कर रही है. गौरतलब है कि उसकी तीन लग्जरी कारे बगैर नंबर के लावारिस हालत में मिली थी. ऐसी आशंका है कि इसी से बदमाश भागे थे. एसटीएफ विकास दुबे के करीबी जय बाजपेयी को लखनऊ ले गई है.
बहुत कम समय में बनाई बड़ी संपत्ति
जय बाजपेयी ने बहुत कम समय में बहुत बड़ी संपत्ति बना ली थी. विकास दुबे के बल पर ही वह विवादित जमीनों में पैसा लगाता था और उनकी खरीद-फरोख्त से पैसे कमाता था. यह बात भी सामने आ रही है कि जय बाजपेयी ने विकास दुबे से ही पैसे लेकर व्यापार में लगाया और उसका पैसा विकास को देता था.
जय बाजपेयी का दुबई में फ्लैट
जय बाजपेयी के नाम 15 से अधिक मकान, दर्जनों फ्लैट हैं. उसके पास एक कानपुर-लखनऊ रोड पर पेट्रोल पंप भी है. जय बाजपेयी का एक दुबई में फ्लैट होने की बात भी सामने आ रही, जिसे उसने 15 करोड़ में खरीदा था. कहा जा सकता है कि जय बाजपेयी विकास दुबे के खजांची के रूप में काम कर रहा था.
कई मामलों में जय बाजपेयी चल रहा वांछित
विकास दुबे के पैसे को व्यापार में लगाकर वह विकास को मुनाफा पहुंचा रहा था और उसी के बलबूते पर अपना सम्राट खड़ा कर रहा था. जय बाजपेयी भी कई मामलों में वांछित चल रहा हैं. उसके बावजूद उसका पासपोर्ट बन गया, जिससे यह सवाल खड़ा होता है कि आखिर पुलिस ने पासपोर्ट पर रिपोर्ट कैसे लगा दी. यह कहीं न कहीं खाकी की संलिप्तता को दिखाता है. वहीं खाकी और कारोबारी की वायरल हो रही फोटो से डीआईजी एसटीएफ आनंद देव कहीं न कहीं संदेह के घेरे में दिखाई दे रहे हैं.