कानपुर: 2 और 3 जुलाई की रात हुए बिकरू गांव में विकास दुबे और उसके गुर्गों ने 8 पुलिस वालों की हत्या कर दी थी. इस मामले के विवेचक बदल दिए गए हैं. अब इस मामले की जांच रेल बाजार इंस्पेक्टर दधिबल तिवारी करेंगे. इससे पहले नवाबगंज इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी इस पूरी घटना के विवेचक थे. पचौरी को हटाकर तिवारी को 8 पुलिसकर्मियों की हत्या और हमला मामले में दर्ज एफआईआर का विवेचक बनाया गया है.
विकास दुबे और उसके गुर्गों की ओर से उसी के बिकरू गांव में 2-3 जुलाई की रात हुई आपसी मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इसके बाद 8 पुलिसकर्मियों की हत्या और हमला मामले में दर्ज एफआईआर के विवेचक नवाबगंज इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी को बनाया गया था. दिन पर दिन बिकरू हत्याकांड में नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं, जिसके चलते आज आठ पुलिसकर्मियों की हत्या और हमला मामले में दर्ज एफआईआर के विवेचक बदल दिए गए.
क्या था पूरा मामला
2 और 3 जुलाई की रात तीन थानों की फोर्स सीओ देवेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में अपराधी विकास दुबे को पकड़ने पहुंची, जिसके बाद ही विकास दुबे और उसके गुर्गों ने पुलिस वालों पर जानलेवा हमला किया. इसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए और पांच पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसमें विकास दुबे समेत कई गुर्गे उत्तर प्रदेश पुलिस और उत्तर प्रदेश एसटीएफ की मुठभेड़ में मार दिए गए. वहीं कई गुर्गे पुलिस की गिरफ्त में हैं, जिनसे पूछताछ चल रही है.
कानपुर: बिकरू कांड के विवेचक बदले गए, 8 पुलिसकर्मियों की हत्या की कर रहे थे जांच - Rail market inspector Dadhibal Tiwari
उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिकरू कांड, जिसमें आठ पुलिसकर्मियों की हत्या हुई थी कि विवेचना अब रेल बाजार इंस्पेक्टर दधिबल तिवारी करेंगे. बता दें कि इससे पहले नवाबगंज इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी इस पूरी घटना के विवेचक थे.
कानपुर: 2 और 3 जुलाई की रात हुए बिकरू गांव में विकास दुबे और उसके गुर्गों ने 8 पुलिस वालों की हत्या कर दी थी. इस मामले के विवेचक बदल दिए गए हैं. अब इस मामले की जांच रेल बाजार इंस्पेक्टर दधिबल तिवारी करेंगे. इससे पहले नवाबगंज इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी इस पूरी घटना के विवेचक थे. पचौरी को हटाकर तिवारी को 8 पुलिसकर्मियों की हत्या और हमला मामले में दर्ज एफआईआर का विवेचक बनाया गया है.
विकास दुबे और उसके गुर्गों की ओर से उसी के बिकरू गांव में 2-3 जुलाई की रात हुई आपसी मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इसके बाद 8 पुलिसकर्मियों की हत्या और हमला मामले में दर्ज एफआईआर के विवेचक नवाबगंज इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी को बनाया गया था. दिन पर दिन बिकरू हत्याकांड में नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं, जिसके चलते आज आठ पुलिसकर्मियों की हत्या और हमला मामले में दर्ज एफआईआर के विवेचक बदल दिए गए.
क्या था पूरा मामला
2 और 3 जुलाई की रात तीन थानों की फोर्स सीओ देवेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में अपराधी विकास दुबे को पकड़ने पहुंची, जिसके बाद ही विकास दुबे और उसके गुर्गों ने पुलिस वालों पर जानलेवा हमला किया. इसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए और पांच पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसमें विकास दुबे समेत कई गुर्गे उत्तर प्रदेश पुलिस और उत्तर प्रदेश एसटीएफ की मुठभेड़ में मार दिए गए. वहीं कई गुर्गे पुलिस की गिरफ्त में हैं, जिनसे पूछताछ चल रही है.