कानपुर: कुछ दिनों पहले शहर की ग्वालटोली पुलिस का एक कारनामा सामने आया था, जिसमें सिपाही को एक इनोवा कार का टायर चुराते हुए देखा गया था. इसका वीडियो भी वायरल हुआ था. वहीं, बुधवार को हद तब हो गई जब एक दारोगा ने भरे बाजार में जूता-चप्पल व्यापारी नंदलाल की दुकान के अंदर उनके रिश्तेदार दिनेश को थप्पड़ जड़ दिया. दारोगा ने थप्पड़ तब मारा, जब एसीपी श्वेता कुमारी खुद बगल में खड़ी थीं.
मामले को शांत कराने के बजाए एसीपी श्वेता कुमारी खुद ही व्यापारी के बेटे से बोल पड़ीं कि तुमसे ज्यादा तेज आवाज में चिल्ला सकती हूं. इसके बाद सीसामऊ बाजार में व्यापारियों और पुलिस के बीच जमकर नोंकझोंक हुई. एक ओर जहां व्यापारी इकट्ठा हुए, तो वहीं दूसरी ओर कई थानों की फोर्स भी मौके पर आ गई. इससे पूरी बाजार में देर शाम अफरा-तफरी का माहौल रहा. व्यापारियों का कहना था कि जिस तरह दारोगा ने थप्पड़ जड़ा उससे साफ झलक रहा है कि कानपुर की पुलिस अब बेलगाम हो गई है.
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पुलिसकर्मियों ने मीडियाकर्मियों से भी की अभद्रता: जब इस मामले की जानकारी के बाद मीडियाकर्मी कवरेज के लिए पहुंचे तो एसीपी ने अधीनस्थ कर्मियों से कहा कि इन्हें बाहर कर दीजिए. सीसामऊ थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने मीडियाकर्मियों से अभद्रता भी की. हालांकि, पूरे मामले का संज्ञान कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसरों ने भी ले लिया है. वहीं, इस बारे में संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि थप्पड़ मारने का वीडियो मिल गया है. पुलिसकर्मी ने इस तरह से थप्पड़ क्यों मारा, इसकी जांच कराएंगे. पूरे मामले का संज्ञान ले लिया है.
व्यापारी नेता महेश मेघानी ने बताया कि अतिक्रमण को लेकर व्यापारी और पुलिस के बीच कहासुनी हुई थी. हालांकि, पुलिस का व्यापारी के साथ ऐसा व्यवहार किया है, जैसे कि व्यापारी कोई अपराधी है. गुरुवार को इस मामले में बैठक भी होनी वाली थी. लेकिन, उससे पहले ही पुलिस ने अपना गुस्सा व्यापारी पर निकाल दिया.
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