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कानपुर में पुलिस की किराएदारों से बर्बरता, गर्भवती महिला को पीटा, पेशाब पिलाने की दी धमकी

कानपुर कमिश्नरेट पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है. आरोप है कि कोर्ट के आदेश पर मकान खाली कराने गई पुलिस ने किराएदारों से अभद्रता की है.

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कानपुर कमिश्नरेट पुलिस का अमानवीय चेहरा
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Published : Sep 5, 2022, 3:01 PM IST

Updated : Sep 5, 2022, 6:49 PM IST

कानपुर: यूपी पुलिस अपने कारनामों को लेकर अक्सर चर्चा में रहती है. अब एक ऐसा कारनाम किया है, जिससे मानवता की सारी हदें पार हो गई हैं. दरअसल, कानपुर पुलिस पर एक गर्भवती महिला व उसके पति को पीटने और अभद्रता करने का आरोप है. घटना रविवार देर रात शहर के सीसामऊ थाना क्षेत्र के गांधी नगर की है. गांधी नगर में मकान मालिक व किराएदार के बीच कुछ विवाद चल रहा था. पुलिस इसी विवाद के सिलसिले में किराएदार के घर मकान खाली कराने के लिए पहुंची थी.

पीड़िता का आरोप है कि जब पुलिसकर्मी मकान खाली कराने के लिए पहुंचे तो उसने बताया कि वह गर्भवती है, इसलिए घर खाली करने के लिए उसने 2 दिनों का समय मांगा था. लेकिन पुलिसकर्मियों ने बिना कोई बात सुने घर का सामान निकालकर फेंकना शुरू कर दिया. महिला का आरोप है कि जब उसके पति ने पुलिस से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने उनके साथ मारपीट की और भद्दी-भद्दी गालियां दीं. पीड़ित महिला ने बताया कि जब उसने अपने पति को बचाने की कोशिश की तो पुलिसकर्मियों ने उसकी भी पिटाई कर दी.

पीड़ित महिला ने दी जानकारी

वहीं, महिला के 7 वर्षीय बेटे ने बताया कि घर में एक कागज लेकर सादी वर्दी में कुछ पुलिसकर्मी आए थे. वह मकान खाली करने की बात कह रहे थे. जब उसके पिता ने पुलिस से बातचीत करने की कोशिश की तो उन्होंने मारपीट की. मारपीट करते हुए उसके पिता को जीप में बैठकर ले गए. पीड़ित पक्ष के बेटे ने बताया कि पुलिसकर्मी उसके पिता को ले जाते समय पेशाब पिलाने की धमकी दे रहे थे.

इसे भी पढ़े-टैंपो चालक बनकर लूट करने वाले तीन शातिर गिरफ्तार

मामला तूल पकड़ने के बाद डीसीपी पश्चिम विजय ढुल ने जांच के आदेश दिए हैं. डीसीपी ने बताया कि इस मामले में न्यायालय के आदेश पर पुलिस मकान खाली कराने गई थी. इस दौरान घटना स्थल पर जो हुआ उसकी फुटेज निकलवाई जा रही है. डीसीपी का कहना है कि सीसामऊ थाना प्रभारी रामजनम गौतम पर आरोप है कि उनकी मौजूदगी में पुलिस ने अभद्र व्यवहार किया है. इसकी भी जांच कराई जाएगी.

कई घंटों तक भाजपाइयों ने घेरा थाना, एसीपी से हुई नोंकझोंक: पुलिस की बर्बरता के मामले में बड़ी संख्या में भाजपाई सीसामऊ थाना पहुंच गए और थाने का घेराव कर दिया. जब उन्हें समझाने के लिए एसीपी निशांक शर्मा पहुंचे तो भाजपाइयों की उनसे भी तीखी नोंकझोंक हुई. एसीपी ने सभी को आश्वस्त किया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी. तब भाजपाइयों का गुस्सा शांत हुआ.

ये है मामला: सीसामऊ के गांधीनगर क्षेत्र में मो. शाहिद का पिछले 13 सालों से मकान पर कब्जे को लेकर आलोक, सोनू व मोनू से मुकदमा चल रहा है. थाना प्रभारी सीसामऊ रामजनम गौतम का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर 8 सितंबर तक मकान पर कब्जा दिलाया जाए. कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई करते हुए मकान को खाली कराने पुलिस टीम गई थी. जब लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने नियमानुसार मकान खाली कराया.
यह भी पढ़े-बहराइच में दिनदहाड़े हुई हत्या का खुलासा, एक अभियुक्त गिरफ्तार

कानपुर: यूपी पुलिस अपने कारनामों को लेकर अक्सर चर्चा में रहती है. अब एक ऐसा कारनाम किया है, जिससे मानवता की सारी हदें पार हो गई हैं. दरअसल, कानपुर पुलिस पर एक गर्भवती महिला व उसके पति को पीटने और अभद्रता करने का आरोप है. घटना रविवार देर रात शहर के सीसामऊ थाना क्षेत्र के गांधी नगर की है. गांधी नगर में मकान मालिक व किराएदार के बीच कुछ विवाद चल रहा था. पुलिस इसी विवाद के सिलसिले में किराएदार के घर मकान खाली कराने के लिए पहुंची थी.

पीड़िता का आरोप है कि जब पुलिसकर्मी मकान खाली कराने के लिए पहुंचे तो उसने बताया कि वह गर्भवती है, इसलिए घर खाली करने के लिए उसने 2 दिनों का समय मांगा था. लेकिन पुलिसकर्मियों ने बिना कोई बात सुने घर का सामान निकालकर फेंकना शुरू कर दिया. महिला का आरोप है कि जब उसके पति ने पुलिस से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने उनके साथ मारपीट की और भद्दी-भद्दी गालियां दीं. पीड़ित महिला ने बताया कि जब उसने अपने पति को बचाने की कोशिश की तो पुलिसकर्मियों ने उसकी भी पिटाई कर दी.

पीड़ित महिला ने दी जानकारी

वहीं, महिला के 7 वर्षीय बेटे ने बताया कि घर में एक कागज लेकर सादी वर्दी में कुछ पुलिसकर्मी आए थे. वह मकान खाली करने की बात कह रहे थे. जब उसके पिता ने पुलिस से बातचीत करने की कोशिश की तो उन्होंने मारपीट की. मारपीट करते हुए उसके पिता को जीप में बैठकर ले गए. पीड़ित पक्ष के बेटे ने बताया कि पुलिसकर्मी उसके पिता को ले जाते समय पेशाब पिलाने की धमकी दे रहे थे.

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मामला तूल पकड़ने के बाद डीसीपी पश्चिम विजय ढुल ने जांच के आदेश दिए हैं. डीसीपी ने बताया कि इस मामले में न्यायालय के आदेश पर पुलिस मकान खाली कराने गई थी. इस दौरान घटना स्थल पर जो हुआ उसकी फुटेज निकलवाई जा रही है. डीसीपी का कहना है कि सीसामऊ थाना प्रभारी रामजनम गौतम पर आरोप है कि उनकी मौजूदगी में पुलिस ने अभद्र व्यवहार किया है. इसकी भी जांच कराई जाएगी.

कई घंटों तक भाजपाइयों ने घेरा थाना, एसीपी से हुई नोंकझोंक: पुलिस की बर्बरता के मामले में बड़ी संख्या में भाजपाई सीसामऊ थाना पहुंच गए और थाने का घेराव कर दिया. जब उन्हें समझाने के लिए एसीपी निशांक शर्मा पहुंचे तो भाजपाइयों की उनसे भी तीखी नोंकझोंक हुई. एसीपी ने सभी को आश्वस्त किया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी. तब भाजपाइयों का गुस्सा शांत हुआ.

ये है मामला: सीसामऊ के गांधीनगर क्षेत्र में मो. शाहिद का पिछले 13 सालों से मकान पर कब्जे को लेकर आलोक, सोनू व मोनू से मुकदमा चल रहा है. थाना प्रभारी सीसामऊ रामजनम गौतम का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर 8 सितंबर तक मकान पर कब्जा दिलाया जाए. कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई करते हुए मकान को खाली कराने पुलिस टीम गई थी. जब लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने नियमानुसार मकान खाली कराया.
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Last Updated : Sep 5, 2022, 6:49 PM IST
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