कानपुर: विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के नाम से फेसबुक पर बने पब्लिक ग्रुप में एक शातिर ने अवैध असलहों की सेल वाली पोस्ट डाल दी. इतना ही नहीं शातिर ने हथियारों की खरीद-फरोख्त के लिए मोबाइल नंबर भी साझा किया है. फेसबुक पर पोस्ट शेयर होने पर हड़कंप मच गया. मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर पुलिस आयुक्त ने जांच के आदेश दिए हैं. पुलिस आरोपी युवक की पहचान में जुट गई है.
जानकारी के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के नाम से फेसबुक पर पब्लिक ग्रुप बना हुआ है. गुरुवार शाम वारिस खान नाम की फेसबुक आईडी से ग्रुप पर शातिर युवक ने असलहों की सेल वाली पोस्ट शेयर कर दी. शातिर ने पोस्ट में पिस्टल, माउजर और देसी तमंचों की फोटो साझा की हैं. वहीं, हथियारों की डिलीवरी के लिए एक मोबाइल नंबर पर संपर्क करने की बात भी पोस्ट में कही गई है.
शातिर ने फेसबुक पोस्ट में इन असलहों की ऑल इंडिया डिलीवरी की बात भी लिखी है. हथियार पहुंचाने के लिए दो हजार रुपये एडवांस और बाद बाकी के भुगतान की शर्त भी लिखी गई है. वहीं, कुछ ही देर में सतीश महाना की फोटो वाले ग्रुप में इस तरह के मैसेज को लोगों ने स्क्रीन शॉट लेकर व्हाट्सएप ग्रुपों में शेयर करना शुरू कर दिया. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के नाम से फेसबुक पर हथियारों की सेल वाली पोस्ट की जानकारी पर प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया.
मामले का संज्ञान लेते हुए अपर पुलिस आयुक्त ने साइबर सेल में केस दर्ज करवाकर जांच के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही शातिर युवक पहचान के लिए फेसबुक से भी रिकॉर्ड मांगा गया है.
अपर पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि सामाजिक माध्यम से इस तरह के पोस्ट सोशन मीडिया पर डालना सुरक्षा को बढ़ावा देना है. शरारती तत्व की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं, मामले को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने आरोपी पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है.
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