ETV Bharat / state

IIT कानपुर जून में करेगा कोरोना वैक्सीन की एनिमल टेस्टिंग

कानपुर आईआईटी जून माह में कोरोना वैक्सीन की एनिमल पर टेस्टिंग करेगा. प्रोफेसर अमिताभ बंदोपाध्याय ने बताया कि यहां दो तरह के टीके विकसित करने पर काम किया जा रहा है.

जानकारी देते  प्रोफेसर अमिताभ बंदोपाध्याय.
जानकारी देते प्रोफेसर अमिताभ बंदोपाध्याय.
author img

By

Published : May 21, 2020, 8:45 PM IST

कानपुर: कोरोना वायरस का कहर पूरे विश्व भर में जारी है. इसके संक्रमण को रोकने के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस की वैक्सीन खोजने में जुटे हुए हैं. इसी कड़ी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी कानपुर भी अब शामिल हो गया है. संस्थान के विशेषज्ञ करीब दो महीने से दो प्रकार के टीके विकसित करने पर शोध कर रहे हैं. अब वह एनिमल टेस्टिंग तक के चरण तक पहुंच गए हैं. जून में एनिमल टेस्टिंग यानी कि जीवों पर परीक्षण भी शुरू किया जाएगा.

जानकारी देते प्रोफेसर अमिताभ बंदोपाध्याय.
आईआईटी कानपुर लगातार कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही जंग में अहम भूमिका निभा रहा है. आईआईटी कानपुर द्वारा संक्रमण की शुरुआत से ही मास्क, पीपीपी किट बनाने का काम और सैनिटाइजेशन चैनल आदि बनाने का काम काफी दिन से जारी है. वहीं वैक्सीन के लिए भी आईआईटी कानपुर करीब दो महीने से प्रयासरत है.


ये भी पढ़ें-
अदिति सिंह की सदस्यता रद नहीं हुई तो जाएंगे कोर्ट: आराधना मिश्रा

कोरोना संकटकाल से लड़ाई की इस कड़ी में आगे बढ़ गया है और अब एनिमल टेस्टिंग भी जल्द शुरू करेगा. अगर सब कुछ ठीक रहा तो इसके अगले चार महीने में इस टीके का इंसान पर भी परीक्षण किया जाएगा. इन्नोवेशन एंड इक्यू बेसन सैल के इंचार्ज प्रोफेसर अमिताभ बंदोपाध्याय ने बताया कि दो तरह के टीके विकसित करने पर काम किया जा रहा है. एक कोरोना वायरस के खिलाफ शरीर में एंटीबॉडी बनाएगा, जिससे संक्रमण की आशंका समाप्त हो जाएगी. वहीं दूसरी टीके के बारे में अब तक देश में किसी ने नहीं सोचा है. यह वायरस के स्ट्रेन बदलने के दौरान भी कारगर रहेगा. आईआईटी कानपुर की दूसरे संस्थानों से एनिमल टेस्टिंग को लेकर बातचीत भी चल रही है.

कानपुर: कोरोना वायरस का कहर पूरे विश्व भर में जारी है. इसके संक्रमण को रोकने के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस की वैक्सीन खोजने में जुटे हुए हैं. इसी कड़ी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी कानपुर भी अब शामिल हो गया है. संस्थान के विशेषज्ञ करीब दो महीने से दो प्रकार के टीके विकसित करने पर शोध कर रहे हैं. अब वह एनिमल टेस्टिंग तक के चरण तक पहुंच गए हैं. जून में एनिमल टेस्टिंग यानी कि जीवों पर परीक्षण भी शुरू किया जाएगा.

जानकारी देते प्रोफेसर अमिताभ बंदोपाध्याय.
आईआईटी कानपुर लगातार कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही जंग में अहम भूमिका निभा रहा है. आईआईटी कानपुर द्वारा संक्रमण की शुरुआत से ही मास्क, पीपीपी किट बनाने का काम और सैनिटाइजेशन चैनल आदि बनाने का काम काफी दिन से जारी है. वहीं वैक्सीन के लिए भी आईआईटी कानपुर करीब दो महीने से प्रयासरत है.


ये भी पढ़ें-
अदिति सिंह की सदस्यता रद नहीं हुई तो जाएंगे कोर्ट: आराधना मिश्रा

कोरोना संकटकाल से लड़ाई की इस कड़ी में आगे बढ़ गया है और अब एनिमल टेस्टिंग भी जल्द शुरू करेगा. अगर सब कुछ ठीक रहा तो इसके अगले चार महीने में इस टीके का इंसान पर भी परीक्षण किया जाएगा. इन्नोवेशन एंड इक्यू बेसन सैल के इंचार्ज प्रोफेसर अमिताभ बंदोपाध्याय ने बताया कि दो तरह के टीके विकसित करने पर काम किया जा रहा है. एक कोरोना वायरस के खिलाफ शरीर में एंटीबॉडी बनाएगा, जिससे संक्रमण की आशंका समाप्त हो जाएगी. वहीं दूसरी टीके के बारे में अब तक देश में किसी ने नहीं सोचा है. यह वायरस के स्ट्रेन बदलने के दौरान भी कारगर रहेगा. आईआईटी कानपुर की दूसरे संस्थानों से एनिमल टेस्टिंग को लेकर बातचीत भी चल रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.