कानपुरः शास्त्री चौक चौराहे पर लगाई गई एक होर्डिंग इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है. यह होर्डिंग है गोरखपुर में हुए मनीष हत्याकांड (manish murder case) के मामले में प्रदेश सरकार की उपलब्धि की. अभी मनीष की मौत के दस दिन भी पूरे नहीं हुए हैं, नेताओं ने चुनावी मौसम में इसका फायदा उठाने की तिकड़म आखिर निकाल ही ली.
होर्डिंग पर बकायदा मनीष की पत्नी मीनाक्षी को 40 लाख रुपये की मदद देने और केडीए में ओएसडी की नौकरी देने का जिक्र किया गया है. ताकि यहां से गुजरने वाले हर शख्स की नजर इस पर पड़ सके और इसका राजनीतिक फायदा मिल सके. इस होर्डिंग में क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र मैथानी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो भी लगी है. होर्डिंग में मुख्यमंत्री और विधायक का आभार जताया गया है.
अभी मनीष की मौत के दस दिन भी पूरे नहीं हुए हैं. दुखी घर वालों के आंसू थम नहीं रहे हैं. ऐसे में आखिर इस तरह की होर्डिंग क्यों लगाई गई. इसका जवाब किसी के पास नहीं है. इसे लेकर इलाकाई लोग काफी नाराज हैं. उनका कहना है कि कम से कम इस मामले में इस तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए. उधर, कांग्रेस ने भी इस पर आपत्ति जताई है. वहीं, भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी ने होर्डिंग को लेकर अनभिज्ञता जताई. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह इसका पता लगाएंगे.
ये है पूरा मामला
कानपुर के बर्रा निवासी मनीष गुप्ता अपने दोस्त प्रदीप सिंह और हरवीर सिंह के साथ गोरखपुर घूमने कुछ दिनों पहले गए थे. सिकरीगंज का चंदन सैनी से तीनों की पुरानी दोस्ती थी. उसने ही कृष्णा पैलेस में अपने नाम पर कमरा बुक कराया था. रात में पुलिस चेकिंग करने के लिए पहुंची थी. इस दौरान एक कमरे में तीन लोगों के मौजूद होने पर पुलिस ने चेकिंग की. आरोप है कि इस दौरान पुलिसकर्मियों ने मनीष गुप्ता की जमकर पिटाई कर दी, जिससे मनीष गंभीर रूप से जख्मी हो गया था. इसके बाद पुलिस ने मनीष को जिला अस्पताल में भर्ती कराया. हालत नाजुक होने पर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज लेकर गई, जहां पर उसकी मौत हो गई. घटना के संबंध में लापरवाही बरतने के आरोप में एसएसपी गोरखपुर द्वारा प्रभारी निरीक्षक रामगढ़ताल सहित 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था. अब इस प्रकरण में इन सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, सीएम योगी की ओर से मनीष की पत्नी मीनाक्षी को 40 लाख रुपये की सहायता राशि और सरकारी नौकरी दी गई है.