कानपुर: जनपद में गुरुवार को मर्चेंट चैम्बर ऑफ उप्र की ओर से आयोजित जीएसटी कार्यशाला में मुख्य अतिथि प्रधान आयुक्त सीजीएसटी सुनील कुमार सिंह ने कहा कि कारोबारी, जीएसटी विभाग के अफसरों से घबराएं नहीं. विभागीय अफसर और विभाग कारोबारियों से इकोफ्रेंडली व्यवहार कर रहा है. सभी औपचारिकताएं ऑनलाइन और पारदर्शी हैं. जीएसटी पोर्टल का सिस्टम भी धीरे-धीरे इकोफ्रेंडली रूप में सभी के सामने होगा.
उन्होंने कहा, कि अगर किसी कारोबारी को जीएसटी से संबंधित किसी तरह की जानकारी करनी है. तो वह बेझिझक होकर विभागीय अफसर से बात कर सकता है. विशिष्ट अतिथि श्री सोमेश तिवारी, आयुक्त सी.जी.एस.टी. ऑडिट में कारोबारी सहयोग करें. हमारी ऑडिट टीम कारोबारियों की समस्याओं का समाधान करेगी. उन्होंने कहा कि अगर कारोबारी सहयोग नहीं करेंगे तो विभागीय कार्रवाई होना तय है. कार्यशाला में मुख्य रूप से अध्यक्ष अतुल कानोडिया, धर्मेंद्र श्रीवास्तव, संतोष गुप्ता, मुकुल टंडन, भुवनेश मित्तल, दीपक कपूर, सुशील शर्मा, रमन टंडन, शरद शाह आदि मौजूद रहे.
अगले साल नवंबर तक आइटीसी का लाभ ले सकते कारोबारी: कार्यशाला के तकनीकी सत्र में वक्ता के रूप में मौजूद डिप्टी कमिश्नर विजेन्द्र मीना एवं मनोज मिश्रा ने जीएसटी. के नवीनतम संशोधनों पर जानकारी दी. साथ ही बताया कि पिछले वर्ष की छूट गयी आईटीसी का लाभ अगले वर्ष के नवम्बर माह तक कारोबारी ले सकेंगे. जीएसटीआर-1 या 3बी यदि दाखिल नही किए गए हैं, तब अगले माह जीएसटीआर 3 बी कारोबारी दाखिल नहीं कर सकेगें.