कानपुर: जिले में जीरो बजट खेती की चर्चा गैर प्रांतों में भी हो रही है, जिसे देखने के लिए गुजरात के राज्यपाल देवव्रत आचार्य मंगलवार को कानपुर पहुंचे. किसानों को कम लागत में अच्छा मुनाफा दिलाने के लिए बिधनू के बघारा गांव स्थित विकल्प फॉर्म में डीजल और बिजली के बिना चलने वाले कृषि उपकरण विकसित किए गए हैं, जिन्हें देखकर राज्यपाल ने प्रसन्नता जाहिर की. राज्यपाल ने बैल से चलने वाले ट्रैक्टर और पंप के अलावा गेहूं-दाल की कटाई मशीन समेत अन्य उपकरणों की सराहना की. इन उपकरणों को राज्यपाल ने स्वयं भी चलाकर देखा.
जीरो बजट खेती को देखने पहुंचे राज्यपाल
इस फार्म हाउस के मालिक और इन यंत्रों को तैयार कर जीरो बजट खेती करने वाले विवेक चतुर्वेदी ने इससे होने वाले फायदों और इसके संचालन के बारे में बताया. इसको देखने पहुंचे राज्यपाल देवव्रत आचार्य ने प्रसंशा करते हुए कहा कि ऐसी खेती को बढ़ावा दिया जाना चाहिए. गुजरात के राज्यपाल देवव्रत आचार्य ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि अगर हमारे किसान मेहनत की खेती की ओर नहीं लौटेंगे तो उन्हें बहुत मुसीबत झेलनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि किसानों की लागत बढ़ती जा रही है और मुनाफा लगातार घट रहा है. राज्यपाल ने बताया कि अगर समय रहते केमिकल खेती से किसानों का मोह भंग न हुआ तो वह दिन दूर नहीं जब हमारी धरती की उर्वरक क्षमता पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी और आने वाली नस्ल को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.