कानपुर: जिले में शुक्रवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एचबीटीयू के पांचवें दीक्षांत समारोह में पहुंची. इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस स्कूल में आप सब पढ़े हैं, वहां जहां बैठते थे, लड़ाई-झगड़ा करते थे, ऐसे स्थान को जाकर जरूर देखना चाहिए. मुझे तो आज बहुत अधिक खुशी केवल इस बात से हो रही है कि इस दीक्षांत समारोह में जिन स्कूली बच्चों को सम्मानित किया गया है, वहां कभी इसी विवि के कुलपति पढ़ते थे. सोचकर देखिए, वहां जो गांव का स्कूल रहा होगा वहां के शिक्षक इस काम को जानकर कितना खुश होंगे?
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि मौजूदा दौर में हमें ऐसा काम करना है, जिससे हम अपनी धरती को बचा सकें. पानी का इतना बेहतर प्रबंध होना चाहिए कि जल की बर्बादी कम से कम हो. उन्होंने समारोह के दौरान मेधावी छात्रों को पदक भी प्रदान किए. वहीं, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. केके पंत ने छात्रों से जैसे ही कहा कि सन 1987 में वह भी एचबीटीयू में पढ़ाई करते थे, तो विवि के पश्चिमी प्रांगण में बने सभागार के अंदर हो रहे कार्यक्रम में तालियों की गूंज सुनाई दी. प्रो.पंत ने कहा कि इस समारोह में जब यह जाना कि विवि के छात्र स्टार्टअप की दिशा में बहुत अधिक काम कर रहे हैं तो बहुत अच्छा लगा. उन्होंने छात्रों से कहा कि जितना अधिक परिश्रम करेंगे उतनी अधिक सफलता मिलेगी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि और राज्यपाल की मौजूदगी में कुल 713 छात्र-छात्राओं को उपाधियां और पदक दिए गए. मुख्य रूप से विवि के कुलपति प्रो.शमसेर, कुलसचिव प्रो.एसके शर्मा समेत कई अन्य फैकल्टी मेम्बर उपस्थित रहे.
आंगनबाड़ी केंद्रों को सुविधा संपन्न बनाने के लिए 160 किट वितरित: एचबीटीयू के दीक्षांत समारोह में जाने से पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छत्रपति शाहू जी महाराज विवि में जिला प्रशासन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कानपुर देहात के 100 और शहर के 60 आंगनबाड़ी केंद्रों को सुविधासंपन्न बनाने के लिए 160 किट वितरित कीं. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा, केंद्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री जितना अधिक सक्रिय रहेंगी, उनके पालन में मौजूद बच्चे भी उतना ही अधिक सक्रिय रहेंगे. इस मौके पर राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला, महापौर प्रमिला पांडेय, कुलपति प्रो.विनय पाठक, विधायक महेश त्रिवेदी, जिला पंचायत अध्यक्ष स्वपनिल वरुण आदि मौजूद रहीं.