कानपुर: सोचिये, अगर पानी न होता तो छठ पर्व जैसे आयोजन कैसे होते. घाट न होते तो सालों पुरानी यह परम्पराएं आगे कैसे बढ़ती इसलिए जितना पर्यावरण का संरक्षण मानव जीवन के लिए जरूरी है, उतना ही जल संरक्षण भी जरूरी है. रविवार को यह बातें सूबे के राज्यपाल आनंदी बेन पटेल (Governor Anandi Ben Patel in kanpur) ने कहीं. वह कानपुर के विजय नगर में नमो वन का उद्घाटन (NaMo One inauguration) करने के बाद सभा को संबोधित कर रही थीं.
उन्होंने कहा कि हरियाली सभी के मन को भाती है. यहां आकर बहुत अच्छा लगा. यहां के अफसरों ने बहुत ही शानदार काम किया है. उन्होंने कहा कि अब जहां-जहां भी पौधारोपण हो, वहां मियावाकी पद्धति से पौधरोपण कराया जाए.
उन्होंने कार्यक्रम शुरू होने से पहले नमो वन में पौधा भी रोपा. इसके बाद वह सीएसए में आयोजित श्री राम कथा कार्यक्रम में शामिल होने चली गईं.
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