कानपुरः जिले के संवासिनी गृह में 7 बालिकाएं गर्भवती मिली हैं, जिसमें से 5 कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई हैं. वहीं एक बालिका एचआईवी और दूसरी हेपेटाइटिस से पीड़ित हैं. बता दें कि संवासिनी गृह से कुल 57 बालिकाएं कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई हैं.
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप
बताया जाता है कि कानपुर के स्वरूप नगर में स्थित राजकीय बालिका संरक्षण गृह में मेडिकल प्रोटोकॉल का फॉलो नहीं किया गया. वहीं प्रशासन स्वास्थ्य विभाग की हीला हवाली के चलते 17 जून से लेकर 18 जून तक कुल 50 संवासिनयां कोरोना पॉजिटिव पाई गई. विपक्ष ने सरकार और प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर समय रहते प्रशासन ने सही कदम उठा लिए होते तो मामले को बढ़ने से रोका जा सकता था. वहीं रविवार को 7 और नए मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मचा है.
पहले ही मिल चुके थे कोरोना पॉजिटिव मरीज
दरअसल, बीते 17 जून को 33 बालिकाओं के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उसके अगले ही दिन यानी 18 जून को 17 और नए मामले सामने आए. आरोप है कि अगर उसी वक्त स्वास्थ्य विभाग ने तत्परता दिखाते हुए सैनिटाइजेशन और क्वारंटाइन की कार्रवाई की होती तो मामला नहीं बढ़ता. वहीं रविवार को 7 और नए मामले सामने आने पर प्रशासन में हड़कंप मच गया और बालिका गृह के सभी सदस्यों को क्वारंटाइन किया गया.
जिलाधिकारी ने दी जानकारी
जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने बताया कि इस संरक्षण गृह में अब तक कुल 57 कोविड-19 के मामले सामने आए हैं. कुल संरक्षित बालिकाओं में 07 बालिकाएं गर्भवती पाई गई, जिसमें 05 कोविड- 19 पॉजिटिव हैं. शेष 02 कोविड निगेटिव पाई गई हैं. पांचों पॉजिटिव मरीज क्रमशः जनपद आगरा, एटा, कन्नौज, फिरोजाबाद और कानपुर के CWC(बाल कल्याण समिति)से संदर्भित करने के पश्चात यहां रह रही थीं. साथ ही जिलाधिकारी ने बताया कि सातों बालिकाएं प्रवेश के समय से ही गर्भवती थीं. जिलाधिकारी ने बताया कि 02 बालिकाओं का LLR में और 03 का रामा मेडिकल कॉलेज में कोविड प्रोटोकाल के अनुसार इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
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