कानपुर : आपको बता दें कि पूर्व मंत्री कमल रानी वरुण के निधन के बाद महानगर की घाटमपुर सीट खाली हुई थी. अब यहां पर उपचुनाव हो रहा है. जिस पर सभी प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित होने की बात कह रहे हैं. ईटीवी भारत ने घाटमपुर उपचुनाव में बीएसपी से प्रत्याशी कुलदीप संखवार से खास बातचीत की और जाना कि वो किन मुद्दों को लेकर चुनाव में उतरे हैं.
'कानून व्यवस्था को करेंगे मजबूत'
बीएसपी से प्रत्याशी कुलदीप शंखवार ने बताया कि घाटमपुर में कानून व्यवस्था बहुत बिगड़ी हुई है. यही नहीं, पूरे उत्तर प्रदेश में सरकार कानून व्यवस्था ठीक नहीं कर पा रही है. आय दिन कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य है कि वो जितने के बाद घाटमपुर में कानून व्यवस्था को मजबूत करेंगे.
'विकास को तरस रहा घाटमपुर'
घाटमपुर विधानसभा कानपुर की बड़ी विधानसभा है. यहां पर सपा, भाजपा हर पार्टी का प्रत्याशी जीत के गया है. उसके बावजूद आज तक घाटमपुर विकास को तरस रहा है. न यहां पर सड़कें हैं, न ही विकास के और संसाधन. उन्होंने कहा कि यहां से मंत्री होने के बावजूद क्षेत्र में विकास नहीं होना, कहीं ना कहीं प्रत्याशियों की कार्यशैली पर सवाल उठाता है. वहीं बीएसपी कैंडिडेट कुलदीप संखवार का कहना है कि चुनाव जीतने के बाद वह विकास को लेकर कार्य करेंगे.
इनके बीच होगा घाटमपुर का रण
घाटमपुर विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस से डॉक्टर कृपाशंकर, बसपा से कुलदीप संखवार व सपा से इंद्रजीत गोरी मैदान में हैं. उपचुनाव में सभी प्रत्याशी अपना बिगुल बजाकर जनता को रिझाने का काम जोर-शोर से कर रहे हैं. तो वहीं बीजेपी से उपेंद्र पासवान गांव-गांव जाकर ग्रामीणों के साथ बैठक कर क्षेत्र की जन समस्याओं का जायजा लेते हुए उनका जल्द ही निस्तारण करने का ग्रामीणों से दावा कर रहे हैं.
'नहीं होगा सहानुभूति फैक्टर का फायदा'
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की पूर्व मंत्री कमल रानी वरुण के कोरोनावायरस से निधन के बाद यह सीट खाली हुई है. जिसके बाद पहले कयास लगाए जा रहे थे कि इस सीट पर उनकी बेटी को टिकट मिलेगा. लेकिन फिर पार्टी ने उपेंद्र पासवान पर भरोसा जताया है. वहीं बीजेपी सहानुभूति के बल पर वोट लेने की उम्मीद लगाए हुए है. जिस पर बीएसपी कैंडिडेट कुलदीप शंखवार का कहना है कि घाटमपुर उपचुनाव में सहानुभूति फैक्टर काम नहीं आएगा. बल्कि बीजेपी की कार्यशैली को देखते हुए जनता उसके खिलाफ वोट करेगी.
'विपक्ष में रहकर उठाएंगे मुद्दे'
बीएसपी कैंडिडेट ने दावा किया कि वह चुनाव जीतने के बाद भाजपा सरकार के खिलाफ विपक्ष में रहकर मुद्दे उठाएंगे. उनका कहना था कि क्षेत्र का विकास कार्य कराने के लिए पुरजोर कार्य करेंगे. साथ ही विधानसभा में भी कानून व्यवस्था और विकास को लेकर भाजपा सरकार को घेरेंगे.