कानपुर: उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब किसी खिलाड़ी को मुख्य कार्यकारणी में शामिल किया जा रहा है. दरअसल, शहर के पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर गोपाल शर्मा का यूपीसीए का उपाध्यक्ष (UPCA Vice President) बनना लगभग तय हो गया है क्योंकि, यूपीसीए की पांच सदस्यीय मुख्य कार्यकारणी में उपाध्यक्ष मो. फहीम का कार्यकाल इस वर्ष पूरा हो रहा है. वहीं, आगामी 30 सितम्बर को यूपीसीए की वार्षिक आम सभा का आयोजन होगा. इससे पहले उपाध्यक्ष पद समेत मेम्बर ऑफ गवर्निंग काउंसिल पद के लिये नामांकन मांगे गये थे.
गोपाल शर्मा ने 21 सितम्बर को उपाध्यक्ष पद के लिये अपना आवेदन किया था. बुधवार को इलेक्ट्रोल ऑफीसर ए.के.ज्योति ने फाइनल सदस्यों की सूची यूपीसीए की वेबसाइट पर अपलोड कर दी. इसमें गोपाल शर्मा ही एकमात्र उपाध्यक्ष पद के लिये शामिल हैं. ऐसे में उनका निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है. इस पर अंतिम मुहर 30 सितंबर को कमला क्लब स्थित यूपीसीए के कार्यालय में होने वाली एजीएम में होगी. वहीं मैंम्बर ऑफ गवर्निंग काउंसिल पद के लिये अलीगढ़ के अब्दुल वहाब और गाजियाबाद के डीएस चौहान ने आवेदन किया है. गोपाल शर्मा के उपाध्यक्ष बनने के साथ ही यूपीसीए में अध्यक्ष डा. निधिपति सिंघानिया, कोषाध्यक्ष प्रेम मनोहर गुप्ता के बाद वह कानपुर के तीसरे पदाधिकारी होंगे. वहीं सचिव अरविन्द श्रीवास्तव उन्नाव और संयुक्त सचिव रियासत अली फतेहपुर के रहने वाले हैं.
कई राज्य इकाइयों में पूर्व खिलाड़ी कार्यकारणी संभाल रहे: जहां अभी कर्नाटक, पश्चिम बंगाल समेत देश के अन्य राज्यों के पूर्व खिलाड़ी कार्यकारिणी संभाल रहे हैं, वहीं अब उत्तर प्रदेश का भी नाम इस कड़ी में जुड़ गया है. यूपीसीए में यह पहला मौका है जब किसी खिलाड़ी को प्रशासनिक कार्यों में शामिल किया जा रहा है. 63 वर्षीय गोपाल शर्मा ने अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर में पांच टेस्ट और 11 एकदिवसीय मैच खेले हैं.
उन्होंने अपने कैरियर का पहला टेस्ट मैच होम ग्राउंड ग्रीनपार्क स्टेडियम में वर्ष 1985 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. गोपाल शर्मा रणजी चयनकर्ता समेत कई अहम पदों पर पहले भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. गोपाल शर्मा ने कहा मैं पहले भी चयनकर्ता रह चुका हूं. मेरे कार्यकाल में ही पांच खिलाड़ी भारतीय टीम में शामिल हुए. उपाध्यक्ष बनने के बाद भी मेरा मुख्य उद्देश्य खिलाडिय़ों की बेहतर सुविधाएं दिलाने को रहेगा. उनके लिये अभ्यास की समुचित व्यवस्था कराना व अधिक से अधिक मौके दिलाने पर जोर रहेगा. काशी में पिछले सप्ताह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के शिलान्यास के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गोपाल शर्मा के साथ कई यादों को ताजा किया था.