कानपुरः सूबे के लाखों एमएसएमई उद्यमियों के लिए केंद्र सरकार से राहत देने वाली खबर सामने आई है. सरकार की रैंप योजना के तहत अब कानपुर में सूबे का पहला कॉल सेंटर खोला जाएगा. इसमें किसी भी शहर के उद्यमी बस एक कॉल पर अपनी समस्या का समाधान जान सकेंगे. पहली बार शुरू होने वाली इस सुविधा के लिए उप्र लघु उद्योग विकास निगम लिमिटेड (यूपीएसआईसी) के अफसरों को सारा जिम्मा सौंपा गया है. वहीं, उप्र के उद्यमियों को पूरी तरह से मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से उक्त योजना के तहत करीब 153 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है. कॉल सेंटर के अलावा, सरकार की विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना में पंजीकृत सभी आवेदकों का डाटा आनलाइन करने के लिए आनलाइन पोर्टल तैयार करने के भी निर्देश जारी हो गए हैं. यूपीएसआईसी के एक आला अफसर के मुताबिक उक्त योजना के तहत सूबे में 10 अहम प्रोजेक्ट्स का काम पूरा करने के निर्देश मिले हैं. जल्द ही सारी कवायद शुरू हो जाएंगी.
जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट वाले उत्पादों की ब्रांडिंग: यूपीएसआईसी के अफसरों ने बताया कि रैंप योजना के तहत एमएसएमई विभाग जीरो इफेक्ट जीरो डिफेक्ट योजना के तहत तैयार उत्पाद की ब्रांडिंग करेगा. इसके अलावा उद्यमियों के लिए एक्सपोजर विजिट, एमएसएमई उत्पादों का अधिक से अधिक निर्यात कराना, ट्रेनिंग सेंटर्स को अपग्रेड करना, एक्सचेंज प्रोग्राम का आयोजन कराना, प्लेज सपोर्ट समेत कई अन्य कवायदों को इसमें शामिल किया गया है. सभी पर जल्द से जल्द काम शुरू होगा.
इस बारे में इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील वैश्य ने कहा कि सरकार जो इंडस्ट्री 4.0 और 48 की बात कर रही है, उसमें 4.0 का अर्थ है चौथी रिवोल्यूशन और 48 का मतलब है हमारे देश की जीडीपी 48 प्रतिशत हो. अभी यह 29 और 30 प्रतिशत है इसलिए जो कॉल सेंटर समेत अन्य सुविधाओं उद्यमियों के लिए हैं उन्हें जल्द से जल्द दी जानी चाहिए, जिससे उनके उत्पाद वैश्विक स्तर पर छा जाएं. वह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसी तकनीकों का उपयोग कर अपना कारोबार कर सकें.
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