कानपुर: दोपहर के पौने एक बजे थे. पुलिस के आला अफसर जहां अस्थायी टेंटनुमा व्यवस्था में सीसीटीवी से हमराज काम्प्लेक्स समेत अन्य टॉवर की गतिविधयों को देख रहे थे, तभी अचानक एक शख्स अफसरों के सामने माथे पर पसीना लिए भागते हुए आया और कहा 'साहब, यहां से भागो अब अर्जन काम्प्लेक्स जल उठा'. इतना सुनते ही अफसरों के पैरों तले जमीन खिसक गई.
मौके पर मौजूद डीसीपी ट्रैफिक रवीना त्यागी एसीपी कैंट शिवा सिंह व कई अन्य पुलिस कर्मियों के साथ अर्जन काम्प्लेक्स के पिछले हिस्से की ओर दौड़ीं, तब तक संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने सुरक्षा में लगे कर्मियों को आदेश दिया कि अब मोर्चा संभालो. एनडीआरएफ के जवान भी सभी उपकरणों से लैस होकर बिना अपनी जान की परवाह किए अर्जन काम्प्लेक्स के अंदर पहुंचे और आग बुझाने का काम शुरू कर दिया. हालांकि इस अफरा-तफरी के बीच व्यापारियों भी तेजी से अपना माल बाहर निकालने लगे.
पुलिस के आला अफसरों ने माइक से अनाउंस करना शुरू किया कि कुछ भी हो सकता है आप सब पीछे हट जाइए, तो एक पल के लिए आसपास के लोग दहशत में आ गए. घरों से सड़क पर आकर आग का वह भयानक मंजर देखने लगे तो दिल दहला देने वाला था. पुलिसकर्मियों ने बांसमंडी की पूरी सड़क को खाली करा दिया. इसके बाद व्यापारियों ने अर्जन काम्प्लेक्स के ठीक सामने एक चैन बनाई और डिब्बों के डिब्बे एक हाथ से दूसरे हाथ होते हुए काम्प्लेक्स के दूसरे छोर पर सुरक्षित पहुंचा दिए गए.
मौके पर मौजूद व्यापारियों का कहना था कि शहर में दमकल की गाड़ियां आग बुझाने में पूरी तरह फेल साबित हुईं. अगर दूसरे जिलों से फायर ब्रिगेड के वाहन न आते, तो पता नहीं क्या हालात होते. व्यापारियों में फायर सर्विस विभाग के अफसरों के खिलाफ बेहद आक्रोश था. भाजपा नेता सुरेश अवस्थी, उत्तर जिलाध्यक्ष सुनील बजाज ने मौके पर पहुंचकर व्यापारियों से संवाद किया.