कानपुर: संजीत अपहरण और हत्याकांड में उनके परिजन को धरना प्रदर्शन के लिए उकसाने के आरोप में नौबस्ता पुलिस ने 5 लोगों को नामजद करने के साथ 40 अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. वहीं नोटिस तामील करने गए दारोगा से अभद्रता करने पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. शास्त्री चौक पर हुए हंगामे के बाद बर्रा पुलिस ने भी अज्ञात लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की है.
संजीत अपहरण और हत्याकांड में बीते 14 अगस्त को परिजन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए घर से निकले थे. इस दौरान उनके साथ सपा समर्थक सुधीर यादव और संस्था ऑपरेशन विजय के सदस्य भी मौजूद थे. पुलिस ने उन्हें बर्रा बाईपास और नौबस्ता चौराहे पर रोकने की कोशिश की थी. यहां पुलिस से नोकझोंक और धक्का-मुक्की हुई. मामले में पुलिस ने दारोगा उदय सिंह की तहरीर पर संस्था ऑपरेशन विजय के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवमंगल, राष्ट्रीय महासचिव देवेश सिंह, काकादेव निवासी विमलेश वाजपेई, बर्रा निवासी सपा नेता सुधीर यादव और सागर यादव को नामजद करते हुए 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम और लॉकडाउन उल्लंघन की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है.
मामले के विवेचक दारोगा उदय सिंह हंस पुरम चौकी प्रभारी कुलदीप सिंह के साथ देर रात नोटिस तामील करने के लिए शिवमंगल के घर गए थे. मंगल ने दारोगा से अभद्रता की. इस पर पुलिस शिवमंगल को पकड़कर थाने ले आई. शिवमंगल के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की गई, जहां से उसे मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया गया. मजिस्ट्रेट ने शिवमंगल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. इसी तरह बर्रा पुलिस ने भी जनता नगर चौकी प्रभारी प्रमोद यादव की तहरीर पर संजीत के परिजनों को धरना प्रदर्शन के लिए उकसाने के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है.