कानपुर: ऑनलाइन वेबसाइट पर नाबालिग मॉडल्स को लेकर कानपुर में विवाद खड़ा हो गया है. यहां ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी के खिलाफ महिला वकील ने कानपुर कोर्ट में याचिका दाखिल की है. एक ऑनलाइन शॉपिंग साइट है, जो कि सामान्य नागरिकों को अपने प्रोडक्ट बेचने का कार्य कर रही है. महिला वकील का आरोप है कि कंपनी ऑनलाइन प्रचार के माध्यम से भ्रामक, दुष्प्रचार और बेहूदा तरीकों से छोटी-छोटी बच्चियों की फोटो को आपत्तिजनक तरह से प्रदर्शित कर रही है.
महिला वकील ने आरोप लगाया कि ऑनलाइन शॉपिंग की आड़ में कंपनी हमारी भारतीय संस्कृति और समाज के प्रतिकूल काम कर रही है. हमारा देश नारी प्रधान देश है ,जहां नारियों की पूजा की जाती है. यहां सरकार द्वारा 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' की मुहिम चला रही है. वहीं इस तरह की ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों द्वारा छोटी बच्चियों को अर्धनग्न कर प्रोडक्ट बिकवाया जा रहा है, जो पूरी तरह से गलत है. ये कानून की दृष्टि में अपराध की श्रेणी में आता है. यह एक संवेदनशील विषय है.
महिला वकील आकांक्षा सविता ने कहा कि ये लोग अपनी दुकान चलाने के लिए किसी भी हद तक गिरकर मासूम बच्चियों की भेंट चढ़ा रहे हैं. उनसे बाल मजदूरी कराके उनका बचपन छीनकर ग्लैमर की दुनिया के प्रति बच्चों को धकेल कर रहे हैं. वादी ने बिकनी पहने नाबालिग मॉडल्स की फोटो को लेकर अपनी आपत्ति जताई है.
वादी अधिवक्ता आकांक्षा सविता का कहना है यह पूरी तरह से गलत है. इससे समाज में गलत संदेश जा रहा है और लोगों की मानसिकता पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है. वादी द्वारा कानपुर कोर्ट से कंपनी के चेयरमैन के ऊपर याचिका दायर की गई है, इसकी अगली सुनवाई के लिए 7 सितंबर की तारीख दी गई है.