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भगवान को चढ़ने वाले फूल पर भी लगा कोरोना का ग्रहण, किसान हुए बेहाल - कानपुर में फूलों की खेती

यूपी के कानपुर जिले में लॉकडाउन के कारण फूलों की खेती करने वाले किसान परेशान हैं. महाराजपुर थाना क्षेत्र के रूमा गांव में रहने वाले 100 किसान परिवार भुखमरी के कगार पर खड़े हैं. फूलों की बिक्री न होने के चलते पैसों की तंगी के चलते ये परिवार बेहद परेशान है.

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फूलों की खेती करने वाले किसान परेशान.
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Published : Apr 28, 2020, 8:16 PM IST

Updated : Apr 28, 2020, 8:41 PM IST

कानपुरः इंसान के जीवन में फूलों का बड़ा महत्व है. खुशी हो या दु:ख, या पूजा पाठ करना हो. सबसे पहला महत्व फूलों को दिया जाता है. इन्हीं फूलों को अपने खेतों में उगाकर अपने 100 लोगों के परिवार की जीविका चलाने वाले किसान आजकल परेशान हैं. कोरोना वायरस के डंक से लॉकडाउन की स्थिति में भुखमरी की कगार पर आ गए हैं.

कानपुर में फूलों की खेती

जिले के महाराजपुर थाना क्षेत्र के रूमा गांव में 100 लोगों का किसान परिवार रहता है. यह परिवार कई पीढ़ियों से फूलों की खेती कर अपनी जीविका चला रहा है. एक समय में इनके खेत में उगे हुए फूलों से आसपास के कई जिलों में कई परिवारों की रोजी-रोटी चल रही थी.

इनके पास करीब 18 बीघा खेती है और इस खेती में यह साल के 4 महीने फूल उगाया करते थे. उससे हुई आमदनी से पूरे साल रोजी-रोटी चलाते हैं, लेकिन इस साल उनके खेतों में उग रहे फूलों को यह किसान परिवार खुद ही अपने हाथों से तोड़कर खेतों में फेंकने को मजबूर हैं.

इसे भी पढ़ें- कोरोना से लड़ाई : कानपुर के इंजीनियर ने बनाई 'सोशल डिस्टेंसिंग मशीन'

लॉकडाउन में फूल बिक नहीं रहे है, इससे परेशान किसान अवधेश सिंह ने बताया कि फूलों को डाल से तोड़ेंगे नहीं तो अगली फसल के बीज भी नहीं मिलेंगे. फूलों की खेती करने वाला यह किसान परिवार फूलों की खेती कर आसपास के जिलों में इसकी सप्लाई किया करता था लेकिन लॉकडाउन के चलते इनकी सप्लाई ठप हो चुकी है, जिससे ये बेहद परेशान हैं.

कानपुरः इंसान के जीवन में फूलों का बड़ा महत्व है. खुशी हो या दु:ख, या पूजा पाठ करना हो. सबसे पहला महत्व फूलों को दिया जाता है. इन्हीं फूलों को अपने खेतों में उगाकर अपने 100 लोगों के परिवार की जीविका चलाने वाले किसान आजकल परेशान हैं. कोरोना वायरस के डंक से लॉकडाउन की स्थिति में भुखमरी की कगार पर आ गए हैं.

कानपुर में फूलों की खेती

जिले के महाराजपुर थाना क्षेत्र के रूमा गांव में 100 लोगों का किसान परिवार रहता है. यह परिवार कई पीढ़ियों से फूलों की खेती कर अपनी जीविका चला रहा है. एक समय में इनके खेत में उगे हुए फूलों से आसपास के कई जिलों में कई परिवारों की रोजी-रोटी चल रही थी.

इनके पास करीब 18 बीघा खेती है और इस खेती में यह साल के 4 महीने फूल उगाया करते थे. उससे हुई आमदनी से पूरे साल रोजी-रोटी चलाते हैं, लेकिन इस साल उनके खेतों में उग रहे फूलों को यह किसान परिवार खुद ही अपने हाथों से तोड़कर खेतों में फेंकने को मजबूर हैं.

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लॉकडाउन में फूल बिक नहीं रहे है, इससे परेशान किसान अवधेश सिंह ने बताया कि फूलों को डाल से तोड़ेंगे नहीं तो अगली फसल के बीज भी नहीं मिलेंगे. फूलों की खेती करने वाला यह किसान परिवार फूलों की खेती कर आसपास के जिलों में इसकी सप्लाई किया करता था लेकिन लॉकडाउन के चलते इनकी सप्लाई ठप हो चुकी है, जिससे ये बेहद परेशान हैं.

Last Updated : Apr 28, 2020, 8:41 PM IST
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