कानपुर: जिले की मेयर प्रमिला पांडे ने 2 अक्टूबर को गोविन्द नगर स्थित नगर निगम जोन-5 में 14,500 पेड़ लगाकर जनता को ऑक्सीजन देने की बात कही थी. वहीं जनपद के एक विद्यालय ने सालों पुराने बरगद के पेड़ को कटवा दिया. जिससे क्षेत्रीय लोगों में काफी आक्रोश है. स्थानीयों के अनुसार विद्यालय संचालक ने पहले भी पेड़ काटने का प्रयास किया था, लेकिन विरोध के बाद यह प्रयास विफल रहा. वहीं अब अधिकारियों की मिलीभगत से पेड़ को आखिरकार कटवा दिया गया.
किताबों में पर्यावरण संरक्षण और 'पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ' जैसे नारों को सिखाने वाले शिक्षा के मंदिर में ही पर्यावरण दोहन किया जा रहा है. मामला जिले के गोविंद नगर के श्री मुनि इंटर कॉलेज का है, जहां विद्यालय में विगत 70 साल पुराना बरगद का पेड़ लगा हुआ था. विद्यालय प्रशासन की आंखों में यह बूढ़ा पेड़ कांटे की तरह चुभ रहा था, जिसके लिए विद्यालय प्रशासन ने कई बार इसको हटाने का प्रयास किया, लेकिन हर बार मंसूबे नाकाम रहे. इसके बाद विद्यालय प्रशासन ने सरकारी तंत्र के साथ मिलकर बूढ़े बरगद को नेस्तनाबूद करने की ठानी और इसे कटवा दिया.
क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक इस पेड़ के नीचे स्कूल के बच्चे खेलते-कूदते थे. इस पेड़ के कटने के बाद से बच्चे दुखी नजर आ रहे हैं. आपको बताते चलें कि हरे पेड़ को काटना वैसे भी अपराध माना जाता है, लेकिन इसके बाद भी अधिकारियों की मिलीभगत से हरा-भरा पेड़ स्कूल संचालक ने कटवा दिया.