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कानपुर: 2020 में रोजगार विभाग दिला पाया सिर्फ 1100 नौकरियां, विभाग में दर्ज हैं 11,4473 बेरोजगार

यूपी में रोजगार राजनीतिक मुद्दा बना तो सीएम योगी ने लाखों नौकरियां देने की बात कही. आंकडे बतातें है कि 2020 में रोजगार विभाग सिर्फ 1100 नौकरियां दिला पाया. वहीं विभाग में दर्ज बेरोजगारों की संख्या 11,4473 है.

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Published : Sep 26, 2020, 7:22 AM IST

रोजगार मेलों के जरिए 1100 लोगों को मिला रोजगार.
रोजगार मेलों के जरिए 1100 लोगों को मिला रोजगार.

कानपुर: विपक्ष लागतार सरकार को रोजगार न दे पाने को लेकर घेर रहा है. वहीं अब रोजगार यूपी में राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है. इसके चलते सरकार ने आनन-फानन में लाखों नौकरियां देने की बात कही. इसी बीच सरकार का एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज लोगों को नौकरियां देने में फेल नजर आ रहा है. लगातार लोग नौकरियों के लिए अप्लाई तो कर रहे हैं, लेकिन नौकरियां सिर्फ हजार दो हजार लोगों के हाथ ही आ रही है. ये खुद एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज के आंकड़े कह रहे हैं.

जनवरी 2020 तक एक्सचेंज में 1 लाख से ऊपर लोग रजिस्टर्ड हो चुके हैं और लोगों को नौकरी दिलाने के लिए एक्सचेंज ने करीब 8 मेलों का भी आयोजन किया. इसके बावजूद जिले में नौकरी पाने वालों की संख्या सिर्फ 1100 के करीब है. वहीं इसके बाद 20 हजार प्रवासी मजदूरों के रजिस्ट्रेशन के बाद यह आंकड़ा और ऊपर चला जाता है. इस मामले में विभाग के अधिकारी युवाओं को सैलरी उसके मानक अनुसार न मिलने की वजह से नौकरी न मिलने का कारण बता रहे हैं.

8 मेलों में मिला 1100 लोगों को रोजगार
एसपी दिवेदी ने बताया कि 2020 में विभाग द्वारा 8 मेलों का आयोजन किया गया, जिसमें करीब 1100 लोगों को रोजगार मिला है. उन्होंने यह भी बताया कि लगातार विभाग ऑनलाइन मेलों का आयोजन कर रहा है, जिससे लोगों को रोजगार मिल सके. वहीं कोरोना काल में लगाए गए लॉकडाउन में ऑनलाइन रोजगार मेलों का आयोजन किया गया. इसमें 567 लोगों को रोजगार मिला है.

20 हजार प्रवासी को सेवायोजन के पोर्टल में किया रजिस्टर्ड
सेवायोजन के सहायक निदेशक एसपी द्विवेदी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान आए प्रवासी मजदूरों को भी सेवायोजन पोर्टल से जोड़ा गया है. इनकी संख्या तकरीबन 20 हजार है. इनको रोजगार के लिए भी कंपनियों से बात की जा रही है.

सैलरी उनके मानक अनुसार न होने की वजह से नहीं जुड़ते युवा
एसपी द्विवेदी ने बताया कि रोजगार विभाग लगातार लोगों के रोजगार को लेकर मेले का आयोजन करता है, लेकिन कई बार युवा सैलरी उनके मानक अनुसार न होने की वजह से अप्लाई नहीं करते हैं. वहीं अब ऑनलाइन मेले होने की वजह से अब कम ही लोग शामिल हो पा रहे हैं.

2020 में मेलों में पंजीकरण की स्थिति

फरवरी 2020 1445
मार्च 2020 672
अप्रैल 2020183
मई 2020753
जून 20201995
जुलाई 20201670
अगस्त 20201627
सिंतबर 20201028



रोजगार विभाग में रजिस्टर्ड युवा


हाई स्कूल से कम
7145
हाई स्कूल 12417
इंटरमीडिएट55893
स्नातक28968
परास्नातक 10050
आईटीआई7489
डिप्लोमा4893
बीएड 1150
बीटीसी 29

कानपुर: विपक्ष लागतार सरकार को रोजगार न दे पाने को लेकर घेर रहा है. वहीं अब रोजगार यूपी में राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है. इसके चलते सरकार ने आनन-फानन में लाखों नौकरियां देने की बात कही. इसी बीच सरकार का एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज लोगों को नौकरियां देने में फेल नजर आ रहा है. लगातार लोग नौकरियों के लिए अप्लाई तो कर रहे हैं, लेकिन नौकरियां सिर्फ हजार दो हजार लोगों के हाथ ही आ रही है. ये खुद एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज के आंकड़े कह रहे हैं.

जनवरी 2020 तक एक्सचेंज में 1 लाख से ऊपर लोग रजिस्टर्ड हो चुके हैं और लोगों को नौकरी दिलाने के लिए एक्सचेंज ने करीब 8 मेलों का भी आयोजन किया. इसके बावजूद जिले में नौकरी पाने वालों की संख्या सिर्फ 1100 के करीब है. वहीं इसके बाद 20 हजार प्रवासी मजदूरों के रजिस्ट्रेशन के बाद यह आंकड़ा और ऊपर चला जाता है. इस मामले में विभाग के अधिकारी युवाओं को सैलरी उसके मानक अनुसार न मिलने की वजह से नौकरी न मिलने का कारण बता रहे हैं.

8 मेलों में मिला 1100 लोगों को रोजगार
एसपी दिवेदी ने बताया कि 2020 में विभाग द्वारा 8 मेलों का आयोजन किया गया, जिसमें करीब 1100 लोगों को रोजगार मिला है. उन्होंने यह भी बताया कि लगातार विभाग ऑनलाइन मेलों का आयोजन कर रहा है, जिससे लोगों को रोजगार मिल सके. वहीं कोरोना काल में लगाए गए लॉकडाउन में ऑनलाइन रोजगार मेलों का आयोजन किया गया. इसमें 567 लोगों को रोजगार मिला है.

20 हजार प्रवासी को सेवायोजन के पोर्टल में किया रजिस्टर्ड
सेवायोजन के सहायक निदेशक एसपी द्विवेदी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान आए प्रवासी मजदूरों को भी सेवायोजन पोर्टल से जोड़ा गया है. इनकी संख्या तकरीबन 20 हजार है. इनको रोजगार के लिए भी कंपनियों से बात की जा रही है.

सैलरी उनके मानक अनुसार न होने की वजह से नहीं जुड़ते युवा
एसपी द्विवेदी ने बताया कि रोजगार विभाग लगातार लोगों के रोजगार को लेकर मेले का आयोजन करता है, लेकिन कई बार युवा सैलरी उनके मानक अनुसार न होने की वजह से अप्लाई नहीं करते हैं. वहीं अब ऑनलाइन मेले होने की वजह से अब कम ही लोग शामिल हो पा रहे हैं.

2020 में मेलों में पंजीकरण की स्थिति

फरवरी 2020 1445
मार्च 2020 672
अप्रैल 2020183
मई 2020753
जून 20201995
जुलाई 20201670
अगस्त 20201627
सिंतबर 20201028



रोजगार विभाग में रजिस्टर्ड युवा


हाई स्कूल से कम
7145
हाई स्कूल 12417
इंटरमीडिएट55893
स्नातक28968
परास्नातक 10050
आईटीआई7489
डिप्लोमा4893
बीएड 1150
बीटीसी 29
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