कानपुर: जनपद के चमड़ा व्यापारी इरशाद आजम को प्रवर्तन निदेशालय के लखनऊ जोन कार्यालय की टीम ने बैंक के साथ घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया है. आपको बता दें कि इरशाद पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है.
चमड़ा कारोबारी इरशाद आलम ने कई बैंकों से कर्जा ले रखा था. बैंकों की शिकायत पर ईडी ने इरशाद के खिलाफ केस दर्ज किया था. इरशाद पर कई बैंकों के ऊपर लोन बकाया है. इरशाद ने इलाहाबाद बैंक, ओरिएंटल बैंक आदि से लगभग 57 करोड़ रुपये लोन ले रखा था. इरशाद ने विदेशों में चमड़े के निर्यात के नाम पर यह लोन लिए थे. जांच में उसके कारोबार में कई गड़बड़ियां सामने आई हैं. बताया जा रहा है कि इरशाद का भाई एक राजनीतिक पार्टी से जुड़ा है. प्रवर्तन निदेशालय इरशाद से पूछताछ कर कारोबार के नाम पर लिए गए बैंकों के पैसे के इस्तेमाल के बारे में जानकारी हासिल करेगा. जांच में विपरीत बातें सामने आने पर उसकी संपत्तियां भी अटैच की जा सकती हैं.
आपको बता दें कि चमड़ा कारोबारी इरशाद आलम कानपुर महानगर के सपा नेता महताब आलम का भाई है. बैंक से करीब 57 करोड़ की ठगी के मामले में सीबीआई ने इरशाद समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच की थी. बाद में ईडी ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर अपनी छानबीन शुरू की थी. आरोपित इरशाद ईडी की जांच में सहयोग नहीं कर रहा था. आरोपियों ने बैंक से ली गई रकम से जर्मनी के कंपनी से कारोबार का झांसा दिया था. ठगी कर कमाई गई रकम को ताजमहल फिल्म के निर्माण में लगाए जाने की बात सामने आ रही है. फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है.