मथुरा : श्री हित राधा केली कुंज ट्रस्ट की ओर से भक्तों के लिए 7 प्वाइंट में एडवाइजरी जारी की गई है. श्रद्धालुओं को संत प्रेमानंद महाराज के नाम पर किसी भी तरह की ठगी से बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है. इसके जरिए लोगों को सचेत किया गया है.
संत प्रेमानंद महाराज के करोड़ों फॉलोवर हैं. आश्रम में काफी संख्या में भक्त उनके दर्शन के लिए पहुंचते हैं. यू ट्यूब पर भी उनके एकांतिक वार्तालाप और सत्संग काफी लोकप्रिय हैं. भक्त उनके आश्रम में पहुंचकर सवालों के जरिए अपनी आध्यात्मिक जिज्ञासाओं को शांत करते हैं. महाराज बेहद सरल भाषा में भक्तों को भक्ति मार्ग में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं.
इस बीच कुछ लोग संत की लोकप्रियता का लाभ उठाकर लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे हैं. इसे लेकर श्री हित राधा केली कुंज ट्रस्ट की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है.
अब पढ़िए एडवाइजरी के 7 प्वाइंट : 1- श्री हित राधा केली कुंज ट्रस्ट आश्रम वृंदावन (उत्तर प्रदेश की) की अन्य कहीं भी किसी प्रकार की कोई शाखा नहीं है.
2- आश्रम की ओर से किसी भी तरह का भूमि-फ्लैट, प्लॉट, भवन निर्माण आदि का विक्रय नहीं किया जाता है.
3-आश्रम का कहीं भी किसी प्रकार का होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा, यात्री विश्राम स्थल, चिकित्सालय, गुरुकुल विद्यालय नहीं है.
4-आश्रम की कोई गौशाला नहीं है.
5-आश्रम की किसी प्रकार की कंठी-माला, छवि, पूजा, श्रृंगार सामग्री की कोई भी दुकान ऑनलाइन या ऑफलाइन नहीं है.
6-आश्रम की ओर से किसी प्रकार का कोई विज्ञापन नहीं किया जाता है.
7-आश्रम परिसर में एकांतिक वार्तालाप, सत्संग-कीर्तन, वाणी पाठ में सम्मिलित होना, एकदम निशुल्क है. इसके लिए एक दिन पहले आश्रम में आकर नाम लिखाना अनिवार्य है.
आश्रम के सेवा भवन से लें जानकारी : एडवाइजरी के अंत में लिखा गया है कि श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज व श्री हित राधा केली कुंज आश्रम का नाम जोड़कर कोई भी व्यक्ति/शिष्य परिकर/संत वेशधारी किसी भी विषय में आपको भ्रमित करता है तो ऐसे व्यक्तियों से सावधान-सतर्क रहें. उनके झांसे में न आएं. सही जानकारी श्री हित राधा केली कुंज आश्रम के सेवा भवन या पूछताछ केंद्र से ही प्राप्त करें.
आम से लेकर खास तक पहुंचते हैं आश्रम : संत प्रेमानंद के आश्रम में रोजाना आम से लेकर खास लोग भी पहुंचते रहते हैं. कई बड़े अफसर भी आते हैं. पिछले दिनों विराट कोहली और अनुष्का शर्मा भी उनका आशीर्वाद लेने पहुंचे थे. तड़के 3 बजे संत प्रेमानंद महाराज अपने शिष्यों के साथ आश्रम से वृंदावन की परिक्रमा लगाने के लिए निकलते हैं. इस दौरान उनके दर्शन पाने के लिए हजारों की संख्या में भक्त सड़क के किनारे मौजूद रहते हैं.
20 साल से खराब है किडनी : संत प्रेमानंद महाराज की किडनी 20 साल से खराब है. हर तीसरे-चौथे दिन आश्रम में ही उनकी डायलिसिस की जाती है. प्रेमानंद महाराज का जन्म कानपुर के अखरी गांव में हुआ था. 13 साल की उम्र में ही उन्होंने घर छोड़ दिया था. अब वह पूरी तरह वृंदावन में ही वास करते हैं.
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