कानपुर: अस्पतालों में मरीजों के इलाज में लापरवाही के मामले तो अक्सर सामने आते हैं और इलाज में लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई भी होती है, लेकिन डॉक्टर इसके बावजूद सबक नहीं लेते हैं. ताजा मामला कानपुर के जिला महिला अस्पताल का है. यहां इलाज के नाम पर डॉक्टर की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. यहां गॉलब्लैडर के ऑपरेशन के लिए भर्ती हुई महिला नीतू का आरोप है की पेट दर्द होने पर परिजनों के साथ वह उर्सला अस्पताल पहुंची थी. डॉक्टर प्रशांत ने गॉलब्लैडर में पथरी बताकर उसका ऑपरेशन करने को कहा, लेकिन जब डॉक्टर प्रशांत ने आपरेशन किया तो गॉलब्लैडर निकालने की बजाय बच्चेदानी को ही निकाल दिया. जब इस मामले की जानकारी परिजनों ने अस्पताल प्रशासन को दी तो अस्पताल प्रशासन मामले को दबाने में जुट गया है.
परिजनों को पड़ताल में जानकारी हुई कि पहले वाले ऑपरेशन में गॉलब्लैडर की जगह बच्चेदानी निकाल दी थी, जबकि दूसरे ऑपरेशन में गॉलब्लेडर वाली पथरी को निकाला गया था. पीड़ित महिला के साथ आए उसके परिजन संजय का कहना है जब उन्होंने इसकी शिकायत की तो ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर प्रशांत का कहना था कि महिला गलत आरोप लगा रही है. उसका गॉलब्लैडर और बच्चेदानी दोनों खराब थी इसलिए दोनों को निकाला गया. वहीं पीड़ित नीतू का कहना है अब डॉक्टर प्रशांत मेरा इलाज तक करने से कट रहे हैं.