कानपुरः महानगर में लगातार कोरोना वायरस का कहर बदस्तूर जारी है. रोजाना हजारों मामले सामने आ रहे हैं तो रिकॉर्ड मौतों से हड़कंप मचा हुआ है. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग संक्रमण को रोकने में पूरी क्षमता के साथ जुटा हुआ है. रोज हाई लेवल की बैठक हो रही है.
जिन अस्पतालों में कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है, वहां के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ अब काम छोड़ने के लिए कह रहे हैं. कानपुर के कुछ अस्पतालों में पैरामेडिकल स्टाफ ने कहीं बीमारी का बहाना बताकर तो कहीं आइसोलेशन के नाम पर अस्पताल नहीं जा रहे हैं. फैमिली अस्पताल में तीन पैरामेडिकल स्टाफ छुट्टी पर चले गए हैं. कुछ ऐसा ही हाल सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल का भी है. यहां पर दो नर्से कोरोना के लक्षण पर आइसोलेशन के नाम पर छुट्टी पर गई हुई हैं.
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कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए पैरामेडिकल स्टाफ और डॉक्टर अब काम करने से कतरा रहे हैं, जिसके बाद जिलाधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि अगर सरकारी या निजी अस्पतालों में डॉक्टर या पैरामेडिकल स्टॉफ जानबूझकर कोविड-19 के समय में नौकरी छोड़ने, छुट्टी मांगने की बात करते हैं तो यह बहुत गलत बात है. उन्होंने कहा कि अगर कोई भी डॉक्टर या स्टॉफ झूठ बोलकर ऐसा करते हुए पाया गया तो उसके ऊपर कार्रवाई होगी.