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घाटमपुर दरिंदगीः 1500 रुपये के लिए पहले किया रेप फिर निकाले अंग, देखें वीडियो

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Published : Nov 17, 2020, 8:40 PM IST

उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक परिवार ने एक सात साल की मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार कर दीं. उन्होंने बच्ची के अंगों को बड़ी ही बेरहमी से शरीर से अलग कर दिया. तंत्र-मंत्र के चलते निःसंतान दंपति ने मासूम बच्चे के जिगर के टुकड़े को कच्चा खा लिया. साथ ही बचे हुए अंगों को जानवरों को खिला दिया. पुलिस ने दंपति समेत चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

स्पेशल रिपोर्ट.
स्पेशल रिपोर्ट.

कानपुर: महानगर के घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र में दिवाली की रात दंपति हैवान बन गए. उनकी दरिंदगी सुनकर आपकी रुह तक कांप जाएगी. जी हां, दिवाली की रात घाटमपुर कोतवाली के एक गांव में दरिंदो ने सात साल की एक मासूम बच्ची का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद हैवानों ने उसका पेट धारदार हथियार से चीरकर उसके ऑर्गन निकाल लिए. इस वारदात के पीछे एक निःसंतान दंपति का हाथ था. उन्होंने अंधविश्वास के चलते दो युवकों को पैसे देकर इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिलाया.

स्पेशल रिपोर्ट.

इस तरह से दिखाई दरिंदगी

घाटमपुर कोतवाली के एक गांव में दिवाली की देर शाम दो दरिंदों अंकुल और वीरन ने एक सात साल की मासूम का पटाखा दिलाने के लिए बहाने अपहरण कर लिया. इसके बाद दरिंदों ने नशे में मासूम के साथ दुष्कर्म किया और फिर उसके पेट को चीरकर शरीर के अंदर से फेफड़ा, लिवर और दिल निकाल लिया. खौफनाक वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मासूम का शव खेत में फेंककर भाग गए. मासूम के न मिलने पर परिवार के सभी लोग मासूम की तलाश करने लगे. मासूम के नहीं मिलने पर परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी. रविवार सुबह खेत में जाते वक्त ग्रामीणों ने मासूम का शव खेत में पड़ा देखा, तो वे चौंक गए. जानकारी होने पर ग्रामीणों की भीड़ जुटना शुरू हो गई. स्थानीय लोगों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी. परिजनों और ग्रामीणों के आक्रोश को देख गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया. पुलिस ने परिजनों और ग्रामीणों को उचित कार्रवाई का आश्वाशन दिया.

ऐसे हुआ राजफाश

इस हैवानियत का खुलासा करने के लिए कानपुर पुलिस ने टीम गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी. साथ ही डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक टीम की भी मदद ली. जांच में जुटी टीम ने रविवार को संदेह के आधार पर गांव के ही दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ करना शुरू कर दिया. कड़ी पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया. आरोपियों की बात सुनकर पुलिस भी चौंक गई. आरोपियों ने बताया कि निःसंतान होने के चलते पड़ोसी परशुराम ने युवकों को 1500 रुपये देकर वारदात करने के लिए कहा था. शव का पोस्टमार्टम कराने पर पता चला कि मासूम के शरीर से दिल, फेफड़ा, किडनी, स्प्लीन, छोटी और बड़ी आंत गायब थी. दुष्कर्म की जांच के लिए भी स्लाइड बनाई गई.

दोषियों को मिले मौत

ईटीवी भारत दिवाली से लेकर अभी तक इस घटनाक्रम से जुड़े सभी पहलुओं पर अपनी निगाह बनाये हुए है. मंगलवार को ईटीवी भारत की टीम ने गांव पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान मृतक मासूम के परिजनों ने कहा कि दोषियों को मौत की सजा मिलनी चाहिए. इस मामले की सीबीआई जांच हो.

पुलिस की थ्योरी पर उठ रहे सवाल

परिजनों ने पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठाते हुए कहा कि मासूम का क्षत-विक्षत शव खेत में मिला था. बावजूद इसके घटनास्थल पर कहीं भी खून की एक बूंद दिखाई नहीं दी. इससे लगता है कि वारदात को कहीं और अंजाम दिया गया है. बाद में शव को यहां पर लाकर फेंक दिया गया. परिजनों ने इस मामले में मानव अंग तस्करी की आशंका भी जताई है.

पुलिस ने की कार्रवाई

एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि निःसंतान परशुराम ने षड्यंत्र के तहत मासूम की हत्या कराई थी. उसने किसी तंत्र-मंत्र की किताब में बच्ची का लिवर खाने से संतान प्राप्ति की बात पढ़ी थी. गिरफ्तार युवकों ने पुलिस को बताया कि बच्ची का अपरहण करने के बाद उन्होंने शराब के नशे में जंगल में उसके साथ दुष्कर्म किया. उसके बाद चाकू से पेट काटकर उसके अंग निकाले और अपने चाचा परशुराम को सौंप दिए. हैवान बने परशुराम ने अपनी पत्नी सुनैना के साथ मिलकर बच्ची का कलेजा कच्चा खा लिया और बचे हुए अंगों को जानवरों को खिला दिया. पुलिस ने दंपति समेत चारों आरोपियों को मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है.

कानपुर: महानगर के घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र में दिवाली की रात दंपति हैवान बन गए. उनकी दरिंदगी सुनकर आपकी रुह तक कांप जाएगी. जी हां, दिवाली की रात घाटमपुर कोतवाली के एक गांव में दरिंदो ने सात साल की एक मासूम बच्ची का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद हैवानों ने उसका पेट धारदार हथियार से चीरकर उसके ऑर्गन निकाल लिए. इस वारदात के पीछे एक निःसंतान दंपति का हाथ था. उन्होंने अंधविश्वास के चलते दो युवकों को पैसे देकर इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिलाया.

स्पेशल रिपोर्ट.

इस तरह से दिखाई दरिंदगी

घाटमपुर कोतवाली के एक गांव में दिवाली की देर शाम दो दरिंदों अंकुल और वीरन ने एक सात साल की मासूम का पटाखा दिलाने के लिए बहाने अपहरण कर लिया. इसके बाद दरिंदों ने नशे में मासूम के साथ दुष्कर्म किया और फिर उसके पेट को चीरकर शरीर के अंदर से फेफड़ा, लिवर और दिल निकाल लिया. खौफनाक वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मासूम का शव खेत में फेंककर भाग गए. मासूम के न मिलने पर परिवार के सभी लोग मासूम की तलाश करने लगे. मासूम के नहीं मिलने पर परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी. रविवार सुबह खेत में जाते वक्त ग्रामीणों ने मासूम का शव खेत में पड़ा देखा, तो वे चौंक गए. जानकारी होने पर ग्रामीणों की भीड़ जुटना शुरू हो गई. स्थानीय लोगों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी. परिजनों और ग्रामीणों के आक्रोश को देख गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया. पुलिस ने परिजनों और ग्रामीणों को उचित कार्रवाई का आश्वाशन दिया.

ऐसे हुआ राजफाश

इस हैवानियत का खुलासा करने के लिए कानपुर पुलिस ने टीम गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी. साथ ही डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक टीम की भी मदद ली. जांच में जुटी टीम ने रविवार को संदेह के आधार पर गांव के ही दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ करना शुरू कर दिया. कड़ी पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया. आरोपियों की बात सुनकर पुलिस भी चौंक गई. आरोपियों ने बताया कि निःसंतान होने के चलते पड़ोसी परशुराम ने युवकों को 1500 रुपये देकर वारदात करने के लिए कहा था. शव का पोस्टमार्टम कराने पर पता चला कि मासूम के शरीर से दिल, फेफड़ा, किडनी, स्प्लीन, छोटी और बड़ी आंत गायब थी. दुष्कर्म की जांच के लिए भी स्लाइड बनाई गई.

दोषियों को मिले मौत

ईटीवी भारत दिवाली से लेकर अभी तक इस घटनाक्रम से जुड़े सभी पहलुओं पर अपनी निगाह बनाये हुए है. मंगलवार को ईटीवी भारत की टीम ने गांव पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान मृतक मासूम के परिजनों ने कहा कि दोषियों को मौत की सजा मिलनी चाहिए. इस मामले की सीबीआई जांच हो.

पुलिस की थ्योरी पर उठ रहे सवाल

परिजनों ने पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठाते हुए कहा कि मासूम का क्षत-विक्षत शव खेत में मिला था. बावजूद इसके घटनास्थल पर कहीं भी खून की एक बूंद दिखाई नहीं दी. इससे लगता है कि वारदात को कहीं और अंजाम दिया गया है. बाद में शव को यहां पर लाकर फेंक दिया गया. परिजनों ने इस मामले में मानव अंग तस्करी की आशंका भी जताई है.

पुलिस ने की कार्रवाई

एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि निःसंतान परशुराम ने षड्यंत्र के तहत मासूम की हत्या कराई थी. उसने किसी तंत्र-मंत्र की किताब में बच्ची का लिवर खाने से संतान प्राप्ति की बात पढ़ी थी. गिरफ्तार युवकों ने पुलिस को बताया कि बच्ची का अपरहण करने के बाद उन्होंने शराब के नशे में जंगल में उसके साथ दुष्कर्म किया. उसके बाद चाकू से पेट काटकर उसके अंग निकाले और अपने चाचा परशुराम को सौंप दिए. हैवान बने परशुराम ने अपनी पत्नी सुनैना के साथ मिलकर बच्ची का कलेजा कच्चा खा लिया और बचे हुए अंगों को जानवरों को खिला दिया. पुलिस ने दंपति समेत चारों आरोपियों को मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है.

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