कानपुरः प्लाट पर कब्जे के विरोध में आग लगान वाले कानपुर के प्रापर्टी डीलर की हैलट में मौत हो गई. परिजनों ने श्याम नगर चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया. महिलाओ ने मानव शृंखला बनाकर रास्ता जाम कर दिया. 50 लाख के मुआवजे के साथ श्याम नगर चौकी इंचार्ज पर कार्रवाई की मांग भी की. परिजनों ने आरोप लगाया कि मृतक को पुलिस ने दबाव बनाने के लिए दो घंटे तक पुलिस चौकी में बैठाए रखा था. पीड़ित परिवार का कहना है कि आरोपियों की चकेरी पुलिस से सांठगांठ थी. मौके पर एसीपी कैंट समेत पीएसी व फोर्स पहुंच गई.
बता दें कि श्याम नगर के रहने वाले प्रापर्टी डीलर ईश्वर चंद्र दीक्षित ने कानपुर के बिधनू थाना क्षेत्र अंतर्गत एक प्लॉट खरीदा था. जहां कुछ दबंगों द्वारा उनके प्लॉट पर कब्जा कर लिया गया था. पीड़ित ईश्वरचंद दीक्षित उस प्लाट को देखने पहुंचे तो दबंगों द्वारा उनको पीटा भी गया. जिसके बाद ईश्वरचंद ने बिधनू थाने और चकेरी थाने में तहरीर दी. पीड़ित थाने के चक्कर लगाते रहे लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. पीड़ित का आरोप था कि दबंग घनश्याम दीक्षित और घनश्याम गौड़ ने उनके प्लाट पर कब्जा कर रखा है. आरोपियों ने श्याम नगर चौकी में पुलिस से पीड़ित पर दबाव बनाया था. इसके विरोध में ईश्वर चंद्र दीक्षित ने श्याम नगर स्थित छप्पन भोग चौराहे पर खुद को आग लगा ली थी. उन्हें हैलट में भर्ती कराया गया था. जहां सोमवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
इसके बाद परिजनों ने श्याम नगर चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया. महिलाओ ने मानव शृंखला बनाई. रास्ते को पूरी तरह से जाम कर दिया गया. परिजनों ने मांग की कि उन्हें 50 लाख का मुआवजा मिलना चाहिए. साथ उन्होंने आरोप लगाया कि मृतक पर पुलिस ने जबरन दबाव बनाया था. पुलिस की आरोपियों के साथ सांठगांठ थी. इस पूरे मामले में परिजनों ने चौकी इंचार्ज पर आरोप लगाए साथ ही कार्रवाई की मांग भी की.