कानपुर: डॉक्टरों को धरती का भगवान कहा जाता है. इस कहावत को एक बार फिर कानपुर के हैलट अस्पताल के डॉक्टरों ने सही सिद्ध किया है.शुक्रवार की देर रात अकबरपुर निवासी दिनेश चौहान का अपने पड़ोसी से झगड़ा हो गया था. इस दौरान पड़ोसी ने उसपर चाकू से हमला कर दिया. जिसके बाद घायल अवस्था मे दिनेश को हैलट अस्पताल की इमरजेन्सी में भर्ती कराया गया.
दिनेश के कान के पास चाकूनुमा चीज घुसी हुई थी जिससे दिनेश का खून लगातार बह रहा था. इस बात की जानकारी होते ही ईएनटी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.निशांत सौरभ सक्सेना और उनकी टीम ने मरीज दिनेश को देखा. इसके बाद दिनेश का सीटी स्कैन कराया गया. हथियार कान की अंदरूनी हड्डी में दिमाग के पास फंसा हुआ मिला. मरीज की गम्भीरता को देखते हुए तत्काल ऑपरेशन थियेटर ले जाया गया. सर्जरी कर हथियार को बाहर निकाला गया जिससे दिनेश की जान बचाई जा सकी.
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डॉक्टर निशांत ने बताया कि चाकुनुमा हथियार काफी अंदर तक घुसा हुआ था. अगर सावधानी से और समय पर ऑपरेट नही किया जाता तो मरीज को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता था. जिस जगह पर चाकू फंसा था वहां पर कई तरह के वाइटल स्ट्रक्चर होते है. जैसे चेहरे की नस खून की धमनी, ब्रेन की कई नसें भी छतिग्रस्त हो सकती थी. इस वजह से मरीज के चेहरे में भी बदलाव हो सकता था. साथ ही कोमा की भी समस्या ही सकती थी. अगर जरा सी भी लापरवाही होती तो जान भी जा सकती थी. 2 घंटे से ज्यादा चले इस ऑपरेशन में चाकूनुमा हथियार को निकाल लिया गया है. अभी तक किसी भी तरीके की कोई भी जटिल समस्या सामने नही आई है. मरीज को होश भी आ गया और वह खतरे से बाहर है.
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