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Kanpur Kesco: पेमेंट गेटवे से छेड़छाड़ कर केस्को के खाते से उड़ाए 1.48 करोड़, 90 लाख के साथ 6 हैकर गिरफ्तार - Kanpur Kesco Crores of rupees stolen

कानपुर केस्को (Kanpur Kesco) और एक निजी बैंक द्वारा खातों से रुपये गायब होने का मामला दर्ज कराया था. पुलिस ने साइबर सेल की मदद से इस मामले का खुलासा करते हुए 6 आरोपियों को 90 लाख रुपये कैश के साथ गिरफ्तार कर लिया.

Kanpur Kesco Crores of rupees stolen
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Published : Aug 9, 2023, 6:48 PM IST

पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड ने दी जानकारी.

कानपुर: कुछ दिनों पहले केस्को के खाते से करीब 1.48 करोड़ रुपये की रकम अचानक गायब हो गई थी. इस मामले में अधिकारियों ने निजी बैंक के प्रबंधक समेत कई कर्मियों पर एफआईआर दर्ज कराई थी. वहीं, दूसरी ओर निजी बैंक के प्रबंधक की ओर से रुपये गायब होने की एफआईआर दर्ज कराई गई थी. इस मामले में संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था ने खुलासे के लिए साइबर सेल की 4 टीमों का गठन किया था. बुधवार को पुलिस ने खुलासा कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की है.

1500 से अधिक उपभोक्ताओं की जमा राशि गायबः एडीसीपी अपराध मनीष सोनकर ने बताया कि केस्को के अधिकारियों द्वारा बिजली बिल की जमा राशि का हिसाब देखा जा रहा था. इस दौरान अधिकारियों को पता चला कि 18 जून से लेकर 16 जुलाई तक करीब 1500 से अधिक उपभोक्ताओं द्वारा जमा की गई बिल की राशि लगभग 1.68 रुपये खाते से गायब हो चुकी है. जानकारी होने के बाद केस्को के अधिकारियों ने निजी बैंक के प्रबंधन के खिलाफ ग्वालटोली थाना में मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस को दी शिकायत में बताया गया था कि 18 जून से 23 जून के बीच केस्को के 679 उपभोक्ताओं के करीब 44.92 लाख रुपये पहले से गायब हो गए हैं. इसी तरह फिर 1 जुलाई से 16 जुलाई के बीच 1,102 उपभोक्ताओं के लगभग 1.03 करोड़ रुपये खाते से फिर गायब हो गए हैं.

केस्को के पेमेंट गेटवे से छेड़छाड़: एडीसीपी ने बताया कि केस्को के अधिकारियों की तरफ से एक निजी बैंक के प्रबंधन के ऊपर पैसे गबन करने का मामला तो दर्ज कर लिया गया. जबकि केस्को से पहले निजी बैंक के प्रबंधन द्वारा पैसे गबन का मामला दर्ज कराया गया था. इस मामले का खुलासे के लिए संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था ने साइबर सेल की 4 टीमों का गठन किया था. बुधवार को पुलिस ने बागपत के रहने वाले मुख्य सरगना ठेकेदार विवेक शर्मा को गिरफ्तार कर लिया. उसने केस्को इलेक्ट्रानिक्स के नाम पर 22 अलग-अलग खाते खुलवाकर सारी रकम इसी में भेजी थी. इसके लिए विवेक ने केस्को के पेमेंट गेटवे से भी छेड़छाड़ भी की थी.

हैकरों ने दिया वारदात को अंजामः एडीसीपी ने बताया कि साइबर सेल की टीम ने साक्ष्यों को एकत्र किया था. जिसमें पता चला था कि यह काम हैकर द्वारा किया जा रहा है. इसके बाद साइबर टीम पुलिस टीम के साथ मेरठ और बागपत पहुंच गई. यहां साइबर टीम के सदस्यों को आईसीआईसीआइ बैंक में केस्को इलेक्ट्रानिक्स के खाते का पता चला था. खातों की जांच के बाद सामने आया कि इन खातों में कानपुर केस्को के एकाउंट से राशि ट्रांफर की जा रही थी. इसके बाद पुलिस टीम ने हैकरों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया. पुलिस टीम ने मुख्य हैकर्स विवेक शर्मा, अनिल कुमार, करण राणा, योगेंद्र को बागपत से गिरफ्तार कर लिया. ये सभी बागपत के ही रहने वाले हैं. इससे साथ ही गैंग में शामिल दिल्ली निवासी सुहैल और मेरठ निवासी शक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.

कानपुर पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड ने बताया कि आरोपियों के पास से 90 लाख रुपये कैश बरामद हुआ है. इसके साथ ही 2 लग्जरी कारों को भी बरामद किया है. जिनकी कीमत 30 से 40 लाख रुपये के करीब है. इसके साथ ही उन्होंने खुलासा करने वाली चारों टीमों को एक-एक लाख रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की.

यह भी पढ़ें- गे-डेटिंग एप से संपर्क कर लड़कों को बुलाते घर, पिटाई कर बनाते अश्लील वीडियो और फिर ब्लेकमेलिंग...

यह भी पढ़ें- बलिया में घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़े गए कानूनगो, एंटी करप्शन टीम ने दबोचा

पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड ने दी जानकारी.

कानपुर: कुछ दिनों पहले केस्को के खाते से करीब 1.48 करोड़ रुपये की रकम अचानक गायब हो गई थी. इस मामले में अधिकारियों ने निजी बैंक के प्रबंधक समेत कई कर्मियों पर एफआईआर दर्ज कराई थी. वहीं, दूसरी ओर निजी बैंक के प्रबंधक की ओर से रुपये गायब होने की एफआईआर दर्ज कराई गई थी. इस मामले में संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था ने खुलासे के लिए साइबर सेल की 4 टीमों का गठन किया था. बुधवार को पुलिस ने खुलासा कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की है.

1500 से अधिक उपभोक्ताओं की जमा राशि गायबः एडीसीपी अपराध मनीष सोनकर ने बताया कि केस्को के अधिकारियों द्वारा बिजली बिल की जमा राशि का हिसाब देखा जा रहा था. इस दौरान अधिकारियों को पता चला कि 18 जून से लेकर 16 जुलाई तक करीब 1500 से अधिक उपभोक्ताओं द्वारा जमा की गई बिल की राशि लगभग 1.68 रुपये खाते से गायब हो चुकी है. जानकारी होने के बाद केस्को के अधिकारियों ने निजी बैंक के प्रबंधन के खिलाफ ग्वालटोली थाना में मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस को दी शिकायत में बताया गया था कि 18 जून से 23 जून के बीच केस्को के 679 उपभोक्ताओं के करीब 44.92 लाख रुपये पहले से गायब हो गए हैं. इसी तरह फिर 1 जुलाई से 16 जुलाई के बीच 1,102 उपभोक्ताओं के लगभग 1.03 करोड़ रुपये खाते से फिर गायब हो गए हैं.

केस्को के पेमेंट गेटवे से छेड़छाड़: एडीसीपी ने बताया कि केस्को के अधिकारियों की तरफ से एक निजी बैंक के प्रबंधन के ऊपर पैसे गबन करने का मामला तो दर्ज कर लिया गया. जबकि केस्को से पहले निजी बैंक के प्रबंधन द्वारा पैसे गबन का मामला दर्ज कराया गया था. इस मामले का खुलासे के लिए संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था ने साइबर सेल की 4 टीमों का गठन किया था. बुधवार को पुलिस ने बागपत के रहने वाले मुख्य सरगना ठेकेदार विवेक शर्मा को गिरफ्तार कर लिया. उसने केस्को इलेक्ट्रानिक्स के नाम पर 22 अलग-अलग खाते खुलवाकर सारी रकम इसी में भेजी थी. इसके लिए विवेक ने केस्को के पेमेंट गेटवे से भी छेड़छाड़ भी की थी.

हैकरों ने दिया वारदात को अंजामः एडीसीपी ने बताया कि साइबर सेल की टीम ने साक्ष्यों को एकत्र किया था. जिसमें पता चला था कि यह काम हैकर द्वारा किया जा रहा है. इसके बाद साइबर टीम पुलिस टीम के साथ मेरठ और बागपत पहुंच गई. यहां साइबर टीम के सदस्यों को आईसीआईसीआइ बैंक में केस्को इलेक्ट्रानिक्स के खाते का पता चला था. खातों की जांच के बाद सामने आया कि इन खातों में कानपुर केस्को के एकाउंट से राशि ट्रांफर की जा रही थी. इसके बाद पुलिस टीम ने हैकरों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया. पुलिस टीम ने मुख्य हैकर्स विवेक शर्मा, अनिल कुमार, करण राणा, योगेंद्र को बागपत से गिरफ्तार कर लिया. ये सभी बागपत के ही रहने वाले हैं. इससे साथ ही गैंग में शामिल दिल्ली निवासी सुहैल और मेरठ निवासी शक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.

कानपुर पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड ने बताया कि आरोपियों के पास से 90 लाख रुपये कैश बरामद हुआ है. इसके साथ ही 2 लग्जरी कारों को भी बरामद किया है. जिनकी कीमत 30 से 40 लाख रुपये के करीब है. इसके साथ ही उन्होंने खुलासा करने वाली चारों टीमों को एक-एक लाख रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की.

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