कानपुर: शहर के चर्चित किसान बाबू सिंह यादव आत्महत्या का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. इस मामले में मुख्य आरोपी भाजपा नेता प्रियरंजन आशू दिवाकर पर कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से एक लाख रूपये का इनाम भी घोषित कर दिया गया है. सोमवार को भाजपा नेता की ओर से इलाहाबाद हाईकोर्ट में दायर एफआईआर निरस्त करने और गिरफ्तारी के खिलाफ स्टे देने की याचिका भी खारिज हो गई.
बता दें कि भाजपा नेता प्रियरंजन आशू दिवाकर को किसान बाबू सिंह यादव आत्महत्या मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है. इस मामले में भाजपा नेता को एक और तगड़ा झटका लगा है. दूसरी ओर अब भाजपा नेता प्रियरंजन आशू और उनके सहयोगियों पर आत्मसमर्पण करने का दबाव भी बढ़ गया है. मंगलवार को कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से भाजपा नेता के खिलाफ कुर्की की याचिका दायर हो जाएगी. पुलिस ने भाजपा नेता प्रियरंजन के खिलाफ धारा 82 और 83 के तहत की जाने वाली कार्रवाई को पूरा कर ली है. भाजपा नेता का अब जेल जाना तय माना जा रहा है. इस पूरे मामले में संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि सभी आरोपियों पर इनाम की राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई है.
बता दें कि किसान बाबू सिंह यादव को आत्महत्या किए एक माह पूरा हो गया है. इसके बाद भी उनकी बेटियां मोमबत्तियां जलाकर इंसाफ मांग रही हैं. बेटियों ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस एक भाजपा नेता को नहीं ढूंढ पा रही है. यह बहुत ही गंभीर बात है. बेटियों ने सीएम योगी से अपने पिता को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले आरोपियों को जेल भेजने की मांग की है.
यह भी पढ़ें-किसान आत्महत्या मामले में भाजपा नेता को पकड़ने के लिए लखनऊ, नोएडा और मैनपुरी में छापे
यह भी पढ़ें-किसान की आत्महत्या मामले में पुलिस ने कराई मुनादी, आरोपी के घर पर चलेगा बुलडोजर