कानपुर: जिले में फिर से कोरोना की रफ्तार बढ़ने लगी है. कानपुर के कोरोना डेडिकेटेड सबसे बड़े हैलट हॉस्पिटल में चल रही ओपीडी में जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. यहां ओपीडी के पर्चे बनवाने के चक्कर में मरीजों के तीमारदार दो गज की दूरी तक का पालन नहीं कर रहे हैं. इसके बाद भी अस्पताल प्रशासन इसको लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है, जिस वजह से ओपीडी के अंदर भी मरीजों का तांता लगा रहता है.
बिना रजिस्ट्रेशन वाले भी बनवा लेते हैं पर्चा
मरीजों के तीमारदारों ने बताया कि वह एक दिन पहले से फोन पर रजिस्ट्रेशन करवाकर यहां अपने मरीज को दिखाने के लिए लाइन में खड़े हैं और अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. तीमारदारों ने बताया कि कई लोग बिना रजिस्ट्रेशन के सीधा अंदर से पर्चा बना ले जाते हैं, जिससे कई बार हमारा नंबर ही नहीं आता है.
सिर्फ 2 विंडो में बन रहे ओपीडी के पर्चे
हैलट हॉस्पिटल में ओपीडी के पर्चे बनवाने के लिए 8 काउंटर बनाए गए हैं. इसमें 8 ऑपरेटर नियुक्त हैं, लेकिन इस कोविड के दौर में सिर्फ दो ही काउंटर में पर्चे बनाए जा रहे हैं. बाकी काउंटर खाली पड़े हैं. वहीं एक सेमी एमरजेंसी का भी काउंटर चल रहा है. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत हैलट हॉस्पिटल में ओपीडी में नियमित करीब 200 से अधिक मरीज आ रहे हैं. इस वजह से पर्चे को लेकर आए दिन विवाद और लंबी लाइन की समस्या होती रहती है. इसको लेकर कॉलेज प्रशासन किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
मुश्किल है कोविड प्रोटोकॉल का पालन
इस संबंध में हैलट हॉस्पिटल की अधीक्षिका डॉ. ज्योति सक्सेना का कहना है कि पर्चे बनवाने में किसी भी तरह की कोई अनियमितता नहीं हो रही है. उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल को लेकर कहा कि इतनी भीड़ है कि यहां कोविड प्रोटोकॉल का पालन करवाना बहुत मुश्किल है.