कानपुरः शहर के परेड उपद्रव मामले की जांच में जुटी पुलिस की चिंता व्हाट्सएप ग्रुप पर की गई एक पोस्ट ने फिर बढ़ा दी. यह पोस्ट सपा नेता निजाम कुरैशी के व्हाट्सएप ग्रुप पर की गई है. पुलिस इसकी जांच कर रही है.
बीती तीन जून को शहर में हुए उपद्रव मामले में एक नया मोड़ आ गया है. इस बार मामला विवादित बयान को लेकर चर्चित एक व्हाट्सएप ग्रुप का है. यह व्हाट्सएप ग्रुप सपा नेता निजाम कुरैशी का है, हालांकि निजाम कुरैशी को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. वह इस वक्त जेल में है लेकिन इस ग्रुप में एक पोस्ट डाली गई है जिसमें लोगों से मदद मांगी गई है कि जितने आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनके लिए वकीलों का इंतजाम किया जाए, जिससे उनकी जमानत हो सके.
बताया जा रहा है इस ग्रुप में हाईकोर्ट के वकील का बाकायदा विजिटिंग कार्ड डाला गया है और लिखा गया है जो भी आरोपी हैं उनको बचाने के लिए जितना ज्यादा से ज्यादा हो सकता है उन्हें सपोर्ट किया जाए. व्हाट्सएप ग्रुप एक बार फिर से एक्टिव होने पर पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है और व्हाट्सएप ग्रुप की जांच कर रही है.
आपको बता दें कि कानपुर उपद्रव मामले में निजाम कुरैशी, जफर हाशमी, और मुख्तार बाबा के कनेक्शन साफ हो चुके हैं. यह ग्रुप 3 जून की घटना के बाद से एक्टिव था. ऐसे में एक बार फिर से इस ग्रुप में आरोपियों के समर्थन वाली पोस्ट डालने पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है. इस मामले की जल्द से जल्द जांच कर दोषी पर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है.
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