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कंप्यूटर बताएगा कब गयी बिजली, दो से तीन मिनट में फाल्ट सुधारेंगे कर्मचारी

आइआइटी कानपुर (IIT Kanpur) में केस्को का स्मार्ट सर्विस सेंटर बनकर तैयार हुआ है. स्केड्स प्रोजेक्ट(Scads Project) के तहत 14 स्टेशनों पर मानवरहित काम शुरू होने वाला है. केस्को एमडी का कहना है कि यह प्रयोग सफल होने पर शहर के 96 सबस्टेशनों में यही व्यवस्था लागू होगी.

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केस्को
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Published : Dec 21, 2022, 11:14 AM IST

कानपुर होगा यूपी का पहला शहर कंप्यूटर बताएंगे किस मोहल्ले में कब बिजली गई.

कानपुर: शहर के मोहल्लों में रोजाना बिजली कटती है, तो आमजन सबस्टेशन पर कॉल करके केस्को (Kanpur Electricity Supply Company ) से अपनी कंप्लेन दर्ज कराते हैं. केस्को कर्मी तय समय से देरी पर पहुंचते हैं, जिससे लोग खीझ जाते हैं. अब इस तरह के सभी झंझटों से आमजन को निजात मिल जाएगी. केस्को की ओर से आइआइटी कानपुर में पहली बार अपना स्मार्ट सर्विस सेंटर तैयार किया गया है. इसमें पहले चरण के तहत 14 सबस्टेशनों पर मानवरहित काम होगा. इसका जिम्मा आइआइटी कानपुर (IIT Kanpur) के स्टार्टअप के तहत चयनित कंपनी जीई को दिया गया है. स्केड्स प्रोजेक्ट (Scads Project) के अंतर्गत यह पूरी कवायद होगी.

केस्को एमडी अनिल ढींगरा(Kesco MD Anil Dhingra) ने बताया कि सूबे में कानपुर पहला ऐसा शहर होगा, जहां आने वाले दिनों में कंप्यूटर मुख्यालय में बैठे कर्मियों को बताएंगे कि किसी मोहल्ले में बिजली कब गई. इसके बाद दो से तीन मिनट के रिस्पांस टाइम में कर्मी संबंधित स्थल पर पहुंचेंगे और फाल्ट को ठीक कर देंगे. उन्होंने बताया कि आइआइटी कानपुर के विशेषज्ञों की मदद से यह सब संभव हो पाएगा. अगर पहले चरण में यह प्रयोग सफल रहा, तो आने वाले 96 सबस्टेशनों को मानवरहित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि जनवरी में इस सेंटर का उद्घाटन कराएंगे.

शहर में बिजली फाल्ट के आंकड़े
एक दिन में छोटे फाल्ट दर्ज होते हैं: 500
एक दिन में बड़े फाल्ट दर्ज होते हैं: 200
शहर में केस्को के कुल सबस्टेशन हैं: 96
शहर में केस्को के कुल पंजीकृत उपभोक्ता: करीब 6 लाख

पढ़ेंः अब व्हाट्सएप पर आएगा बिजली का बिल, UPPCL ने की ये तैयारी

कानपुर होगा यूपी का पहला शहर कंप्यूटर बताएंगे किस मोहल्ले में कब बिजली गई.

कानपुर: शहर के मोहल्लों में रोजाना बिजली कटती है, तो आमजन सबस्टेशन पर कॉल करके केस्को (Kanpur Electricity Supply Company ) से अपनी कंप्लेन दर्ज कराते हैं. केस्को कर्मी तय समय से देरी पर पहुंचते हैं, जिससे लोग खीझ जाते हैं. अब इस तरह के सभी झंझटों से आमजन को निजात मिल जाएगी. केस्को की ओर से आइआइटी कानपुर में पहली बार अपना स्मार्ट सर्विस सेंटर तैयार किया गया है. इसमें पहले चरण के तहत 14 सबस्टेशनों पर मानवरहित काम होगा. इसका जिम्मा आइआइटी कानपुर (IIT Kanpur) के स्टार्टअप के तहत चयनित कंपनी जीई को दिया गया है. स्केड्स प्रोजेक्ट (Scads Project) के अंतर्गत यह पूरी कवायद होगी.

केस्को एमडी अनिल ढींगरा(Kesco MD Anil Dhingra) ने बताया कि सूबे में कानपुर पहला ऐसा शहर होगा, जहां आने वाले दिनों में कंप्यूटर मुख्यालय में बैठे कर्मियों को बताएंगे कि किसी मोहल्ले में बिजली कब गई. इसके बाद दो से तीन मिनट के रिस्पांस टाइम में कर्मी संबंधित स्थल पर पहुंचेंगे और फाल्ट को ठीक कर देंगे. उन्होंने बताया कि आइआइटी कानपुर के विशेषज्ञों की मदद से यह सब संभव हो पाएगा. अगर पहले चरण में यह प्रयोग सफल रहा, तो आने वाले 96 सबस्टेशनों को मानवरहित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि जनवरी में इस सेंटर का उद्घाटन कराएंगे.

शहर में बिजली फाल्ट के आंकड़े
एक दिन में छोटे फाल्ट दर्ज होते हैं: 500
एक दिन में बड़े फाल्ट दर्ज होते हैं: 200
शहर में केस्को के कुल सबस्टेशन हैं: 96
शहर में केस्को के कुल पंजीकृत उपभोक्ता: करीब 6 लाख

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