कानपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सदन में दिया गया बयान अब विवादों में घिरने लगा है. उन्होंने बुधवार को सदन में कहा था कि यह देश समाजवाद नहीं, बल्कि राम राज्य चाहता है. मुख्यमंत्री के भाषण को मुद्दा बनाने के लिए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कानपुर के छावनी थाने में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है.
सीएम योगी के खिलाफ दी गई तहरीर. सीएम योगी के खिलाफ दी गई तहरीरतहरीर देने वाले सपा नेता अभिमन्यु गुप्ता का कहना है कि मुख्यमंत्री ने सदन में जो कहा वह देश को आहत करने और तकलीफ देने वाला था. संविधान की प्रस्तावना में भारत को धर्मनिरपेक्ष देश बनाने की बात कही गई है लेकिन मुख्यमंत्री जो संवैधानिक पद पर रहते हुए सदन में अपने औपचारिक भाषण के दौरान इस तरह की बात कहते हैं तो इसका मतलब है कि वे हमारे संविधान को सम्मान नहीं दे रहे हैं.
सपा नेता ने की कार्रवाई की मांगसपा नेता का कहना है कि राष्ट्रीय सम्मान अधिनियम 1971 के अंतर्गत कैंट थाने में तहरीर देकर पुलिस से मांग की गई है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच करें. अगर जांच में पाया जाता है कि उन्होंने सविंधान का अपमान किया है तो उन पर उचित कार्रवाई की जाये. सपा नेता का कहना है कि अगर पुलिस हमारी बात नहीं मानेगी तो हम लोग मजबूर होकर संविधान के तहत माननीय न्यायालय की शरण में जाएंगे.
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