कानपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कानपुर मेट्रो के ट्रायल रन का शुभारंभ किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ कई अन्य वरिष्ठ मंत्री मौजूद रहे. शुभारंभ के साथ ही करीब 40 दिनों तक मेट्रो का ट्रायल चलेगा. आम लोग 25 दिसंबर से आईआईटी से मोतीझील तक मेट्रो में सफर कर सकेंगे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ कैबिनेट मंत्री सतीश महाना, नीलिमा कटियार व कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी अकबरपुर लोकसभा के सांसद देवेंद्र सिंह भोले, अशोक कुमार रावत व भाजपा के विधायक महेश त्रिवेदी, अभिजीत सिंह सांगा, सलिल विश्नोई, भगवती प्रसाद सागर, महापौर प्रमिला पांडेय समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे.
गौरतलब है कि पिछले सात दिनों में आईआईटी से मोतीझील के ट्रैक पर मेट्रो का परीक्षण किया गया. अब तक मेट्रो को 50 घंटे से अधिक चलाया जा चुका है. यह तकनीकी परीक्षण में पूरी तरह सफल रही. इसके बाद यूपीएमआरसी ने मुख्यमंत्री से इसके लोकार्पण की तैयारी को अंतिम रूप देना शुरू किया.
मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर कानपुर मेट्रो को ट्रॉयल के लिए रवाना किया. आईआईटी से मोतीझील के बीच 9 किलोमीटर का ट्रायल किया गया. मुख्यमंत्री खुद भी मेट्रो में बैठे. वहीं, मुख्यमंत्री के साथ भाजपा के मंत्री, विधायक और यूपीएमआरसी के अधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहे.
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कानपुर मेट्रो परियोजना के पहले चरण के तहत 9 किलोमीटर लंबी लाइन बिछाई गई है. इसमें 9 मेट्रो स्टेशन बनाए गए हैं. इनमें आईआईटी कानपुर, सीएसजेएम यूनिवर्सिटी रावतपुर रेलवे स्टेशन कल्याणपुर रेलवे स्टेशन, गुरुदेव चौराहा, लाला लाजपत राय हॉस्पिटल, एसपीएम हॉस्पिटल, गीता नगर, मोती झील शामिल हैं.
गौरतलब है कि कानपुर में 2 साल से भी कम वक्त में मेट्रो ट्रायल रन शुरू हो गया है. यह अपने आप में एक कीर्तिमान है. इसके पहले लखनऊ मेट्रो का कार्य 26 महीने में पूरा हुआ था. इसे लेकर योगी आदित्यनाथ ने कानपुर मेट्रो परियोजना से जुड़े अधिकारियों को बधाई दी.
कानपुर मेट्रो की खासियत
. कानपुर में चलने वाली मेट्रो ट्रेन को मेक इन इंडिया के तहत गुजरात के सावली में तैयार किया गया है.
. ट्रेनों की क्षमता लगभग 974 यात्रियों की होगी.
. ट्रेनों की डिजाइन स्पीड 90 किलोमीटर प्रति घंटा और ऑपरेशन स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा होगी.
. रीजेनरेटिव ब्रेकिंग तकनीक से ऊर्जा संरक्षण करेगी कानपुर मेट्रो.
. वायु प्रदूषण को कम करने के लिए अत्याधुनिक सिस्टम से लैस होंगी कानपुर मेट्रो की ट्रेनें.
. ऊर्जा बचत के लिए कार्बन डाइऑक्साइड सेंसर आधारित एयर कंडीशनिंग सिस्टम से लैस होंगी कानपुर मेट्रो की ट्रेनें