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कानपुर: व्रतियों ने उगते सूर्य को दिया अर्घ्य, देखें आस्था का मनमोहक वीडियो...

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में छठ पूजा सम्पन्न हुई. आज सुबह में 4 बजे से ही श्रद्धालु और महिलाएं सूर्य देवता को अर्घ्य देने पहुंची. इसके साथ ही व्रती महिलाओं ने परिजनों के लंबी आयु के लिए कामना भी की.

अर्घ्य देकर महिलाओं ने किया व्रत का पारण
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Published : Nov 3, 2019, 12:38 PM IST

कानपुर: छठ व्रत पूजा के चौथे दिन रविवार को पूर्वांचल और बिहार की महिलाओं ने घाटों पर पूजा अर्चना की. महिलाओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया और देर रात से घाटों पर व्रत रखने वाले परिवार सहित पूजा अर्चना कर रविवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया.

जिले के पनकी नहर, अर्मापुर, सीटीआई, विजय नगर, शास्त्री नगर, सेंट्रल पार्क, बर्रा, गुजैनी, मेहरबान सिंह का पुरवा, गोला घाट, गंगा बैराज, सिद्धनाथ आदि घाटों पर बने कृत्रिम तालाबों में छठ मैया की पूजा करने वाली महिलाओं की भीड़ जुटी थी.

अर्घ्य देकर महिलाओं ने किया व्रत का पारण.


पुआ-पूड़ी का चढाया गया भोग
महिलाएं फल, फूल, पुआ, पूड़ी, ठेकुआ और पूजा सामग्री से भरी डलिया, और सूप लेकर घाटों और तालाबों पर वेदी पर दीप जलाकर छठ मैया की आरती उतारी. इसके बाद मांग में सिंदूर भरकर सूर्य की आराधना के लिए सूप में नारियल और दीपक रख कर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया. ढोल, नगाड़े और टोली के साथ आए परिवार के अन्य सदस्यों ने बच्चों की लंबी आयु की कामना की. सूर्य को अर्घ्य देकर 36 घंटे का निर्जला व्रत का पारण की.
छठ मैया का किया गया शृंगार
महिलाएं गीत गाते हुए परिवार के सदस्यों के साथ अपने-अपने घरों को लौट गई थी. अर्मापुर नहर और पॉवर हाउस घाट में तो लग रहा था कि पूरा बिहार आ गया हो. हर कोई अपने सिर पर पूजन की डलिया रखकर चल रहा था वहीं महिलाएं पूर्ण शृंगार कर छठ मैया के गीत गाते हुए चल रही थीं. शास्त्री नगर, विजय नगर, पांडुनगर, डबल पुलिया, अर्मापुर इस्टेट में जाम की स्थिति रही.

इसे भी पढ़ें:- महापर्व छठ: फलों के दामों में आया उछाल, लेकिन फल मंडियां हुईं ग्राहकों से गुलजार


जेटू पार्क विजय नगर में भी हुई छठ पूजा
विजय नगर स्थित जेटू पार्क में भी छठ पूजा बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया. क्षेत्रीय विकास समिति और मोहल्ले के लोगों ने पार्क में कृत्रिम तालाब बनाकर छठ पूजा किया. पार्क में विजय नगर, शास्त्री नगर, डबल पुलिया, काकादेव, रावतपुर गांव की महिलाएं भी पूजा अर्चना के लिए पहुंची थी.

रात भर हुआ भजन-कीर्तन
घाटों पर छठ पूजा के बाद महिलाओं ने घर के आंगन में आटे की चौक डालकर छठ मैया का पाटा रखा. इसके बाद नई साड़ी से मंडप सजाकर उसमें पूजा सामग्री से भरी डलिया, डलवा और सूप रख कर गन्ने से सजाया और बाद रात भर छठ के गीत और भजन गायी.
अदरक और गुड़ खाकर व्रत का पारण
रात भर छठ के गीत गाकर भजन कीर्तन करने वाली व्रती महिलाएं रविवार की भोर में डलिया-डलवा, सूप और कोसी लेकर दोबारा घाट किनारे वेदी पर पहुंची थी. उगते सूर्य को दूध और जल से अर्घ्य देकर छठ मैया से घर परिवार की सलामती मांगी. इसके बाद घर लौटकर अदरक और गुड़ खाकर पारण किया.

कानपुर: छठ व्रत पूजा के चौथे दिन रविवार को पूर्वांचल और बिहार की महिलाओं ने घाटों पर पूजा अर्चना की. महिलाओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया और देर रात से घाटों पर व्रत रखने वाले परिवार सहित पूजा अर्चना कर रविवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया.

जिले के पनकी नहर, अर्मापुर, सीटीआई, विजय नगर, शास्त्री नगर, सेंट्रल पार्क, बर्रा, गुजैनी, मेहरबान सिंह का पुरवा, गोला घाट, गंगा बैराज, सिद्धनाथ आदि घाटों पर बने कृत्रिम तालाबों में छठ मैया की पूजा करने वाली महिलाओं की भीड़ जुटी थी.

अर्घ्य देकर महिलाओं ने किया व्रत का पारण.


पुआ-पूड़ी का चढाया गया भोग
महिलाएं फल, फूल, पुआ, पूड़ी, ठेकुआ और पूजा सामग्री से भरी डलिया, और सूप लेकर घाटों और तालाबों पर वेदी पर दीप जलाकर छठ मैया की आरती उतारी. इसके बाद मांग में सिंदूर भरकर सूर्य की आराधना के लिए सूप में नारियल और दीपक रख कर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया. ढोल, नगाड़े और टोली के साथ आए परिवार के अन्य सदस्यों ने बच्चों की लंबी आयु की कामना की. सूर्य को अर्घ्य देकर 36 घंटे का निर्जला व्रत का पारण की.
छठ मैया का किया गया शृंगार
महिलाएं गीत गाते हुए परिवार के सदस्यों के साथ अपने-अपने घरों को लौट गई थी. अर्मापुर नहर और पॉवर हाउस घाट में तो लग रहा था कि पूरा बिहार आ गया हो. हर कोई अपने सिर पर पूजन की डलिया रखकर चल रहा था वहीं महिलाएं पूर्ण शृंगार कर छठ मैया के गीत गाते हुए चल रही थीं. शास्त्री नगर, विजय नगर, पांडुनगर, डबल पुलिया, अर्मापुर इस्टेट में जाम की स्थिति रही.

इसे भी पढ़ें:- महापर्व छठ: फलों के दामों में आया उछाल, लेकिन फल मंडियां हुईं ग्राहकों से गुलजार


जेटू पार्क विजय नगर में भी हुई छठ पूजा
विजय नगर स्थित जेटू पार्क में भी छठ पूजा बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया. क्षेत्रीय विकास समिति और मोहल्ले के लोगों ने पार्क में कृत्रिम तालाब बनाकर छठ पूजा किया. पार्क में विजय नगर, शास्त्री नगर, डबल पुलिया, काकादेव, रावतपुर गांव की महिलाएं भी पूजा अर्चना के लिए पहुंची थी.

रात भर हुआ भजन-कीर्तन
घाटों पर छठ पूजा के बाद महिलाओं ने घर के आंगन में आटे की चौक डालकर छठ मैया का पाटा रखा. इसके बाद नई साड़ी से मंडप सजाकर उसमें पूजा सामग्री से भरी डलिया, डलवा और सूप रख कर गन्ने से सजाया और बाद रात भर छठ के गीत और भजन गायी.
अदरक और गुड़ खाकर व्रत का पारण
रात भर छठ के गीत गाकर भजन कीर्तन करने वाली व्रती महिलाएं रविवार की भोर में डलिया-डलवा, सूप और कोसी लेकर दोबारा घाट किनारे वेदी पर पहुंची थी. उगते सूर्य को दूध और जल से अर्घ्य देकर छठ मैया से घर परिवार की सलामती मांगी. इसके बाद घर लौटकर अदरक और गुड़ खाकर पारण किया.

Intro:एंकर-छठ व्रत पूजा के तीसरे दिन रविवार को पूर्वांचल और बिहार की महिलाओं ने घाटों पर पूजा अर्चना की । डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। और फिर देर रात से घाटो पर ब्रत रखने वाले परिवार सहित पूजा अर्चना कर रविवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का पारण पारण किया।कानपुर में पनकी नहर, अर्मापुर, सीटीआई, विजय नगर, शास्त्री नगर, सेंट्रल पार्क, बर्रा, गुजैनी, मेहरबान सिंह का पुरवा, गोला घाट, गंगा बैराज, सिद्धनाथ आदि घाटों पर बने कृत्रिम तालाबों में छठ मइया की पूजा करने वाली महिलाओं की भीड़ जुटी

Body:वीओ - से एक घंटे पहले ही फल, फूल, पुआ, पूड़ी, ठेकुआ और पूजा सामग्री से भरी डलिया, डलवा और सूप लेकर घाटों और कृत्रिम तालाबों पर पहुंची महिलाओं ने वेदी पर दीप जलाकर पूजन सामग्री चढ़ाई और छठ मइया की आरती उतारी। इसके बाद मांग में सिंदूर भरकर सूर्य की आराधना के लिए सूप में नारियल और दीपक रख कर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। ढोल, नगाड़े और टोली के साथ आए परिवार के अन्य सदस्यों ने मन्नत की कोसी भरी और बच्चों की लंबी आयु की कामना छठ मइया से की। और भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत तोड़ा 36 घंटे निर्जला ब्रत रख कर रविवार को भगवान सूर्य की अर्घ्य देकर व्रत को तोड़ा ।


कई परिवारों ने मन्नत कर प्रसाद चढ़ाकर सूर्य की आराधना की। पूजा के बाद महिलाएं गीत गाते हुए परिवार के सदस्यों के साथ अपने-अपने घरों को लौट गईं। उधर, अर्मापुर नहर और पॉवर हाउस घाट में तो लग रहा था कि पूरा बिहार आ गया हो। हर कोई अपने सिर पर पूजन की डलिया रखकर चल रहा था। वहीं, महिलाएं पूर्ण शृंगार कर छठ मइया के गीत गाते हुए चल रही थीं। शास्त्री नगर, विजय नगर, पांडुनगर, डबल पुलिया, अर्मापुर इस्टेट में जाम की स्थिति रही। सूर्य को अर्घ्य देने के बाद तो जाम की स्थिति और विकट हो गई।
जेटू पार्क विजय नगर में भी हुई छठ पूजा
विजय नगर स्थित जेटू पार्क में छठ पूजा मिसाल बनी। क्षेत्रीय विकास समिति और मोहल्ले के लोगों ने पार्क में कृत्रिम तालाब बनाया। यहां महिलाओं ने सूर्य को अर्घ्य दिया। पार्क में विजय नगर, शास्त्री नगर, डबल पुलिया, काकादेव, रावतपुर गांव की महिलाएं पूजा अर्चना के लिए पहुंचीं।

रात भर हुआ भजन-कीर्तन
घाटों पर छठ पूजा के बाद महिलाओं ने घर के आंगन में आटे की चौक डाल कर छठ मइया का पाटा रखा। इसके बाद नई साड़ी से मंडप सजाकर उसमें पूजा सामग्री से भरी डलिया, डलवा और सूप रख कर गन्ने से सजाया। इसके बाद रात भर छठ के गीत और भजन गाए।
अदरक और गुड़ खाकर व्रत पारण करेंगी
रात भर छठ के गीत गाकर भजन कीर्तन करने वाली व्रती महिलाएं रविवार की भोर में डलिया-डलवा, सूप और कोसी लेकर दोबारा घाट किनारे वेदी पर पहुँची । इसके बाद पूजा-अर्चना कर उगते सूर्य को दूध व जल से अर्घ्य देकर छठ मइया से घर परिवार की सलामती माँगी । वहां से लौट कर बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया। इसके बाद अदरक और गुड़ खाकर व्रत पारण किया।

वही इस बार एक ऐतिहासक चित्रण दिखाई दिया । पुलवामा हमले में शहीद जवानों को याद किया गया और चित्रण भी दिखाया।

बाइट- ब्रती महिला अनीता

बाइट- ब्रती महिला सपना





कानपुर कल्याणपुर विधानसभा
आशीष साहू
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