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कानपुर नगर निगम का बजट सत्र शुरू, पार्षदों ने जमकर काटा हंगामा

कानपुर नगर निगम में बुधवार को बजट सत्र की शुरुआत हंगामे के साथ हुई. पार्षदों ने बिना चर्चा के बजट पास होने को लेकर जमकर हंगामा काटा. वहीं पार्षदों ने विकास कार्य करने के लिए 1 करोड़ रुपये की निधि की मांग की. हंगामे के बाद महापौर ने 1 करोड़ रुपये की निधि देने का प्रस्ताव पारित कर दिया.

कानपुर नगर निगम में बजट सत्र की शुरू.
कानपुर नगर निगम में बजट सत्र की शुरू.
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Published : Nov 18, 2020, 7:39 PM IST

कानपुर: कानपुर नगर निगम में बुधवार को बजट सत्र की शुरुआत हुई. सत्र की शुरुआत ही हंगामे के साथ हुई. सत्र की शुरुआत में ही पार्षदों ने बिना चर्चा के बजट पास होने को लेकर जमकर हंगामा काटा, जिसके बाद महापौर चर्चा के लिए तैयार हो गई. पार्षदों ने उनको 1 करोड़ रुपये की निधि देने की मांग करते हुए कहा कि उन्हें निधि दी जाए, ताकि काम हो सकें. इसी के साथ गंदगी और गंदे पानी और पानी की किल्लत की समस्या का मुद्दा भी सदन में उठाया गया. इस दौरान सदन में हंगामे के साथ ही पार्षदों में भी काफी बहस हुई. उस दौरान सदन में महापौर प्रमिला पांडेय, आयुक्त अक्षय त्रिपाठी समेत कई निगम के अधिकारी मौजूद रहे.

कानपुर नगर निगम में बजट सत्र शुरू.

हर पार्षद को मिले विकास के लिए 1 करोड़ रुपये की विकास निधि
पार्षद कमल शुक्ल बेबी ने सभी पार्षद और उनके वार्ड में विकास के लिए 1 करोड़ की निधि देने की मांग की. इसी के साथ उन्होंने कहा कि लगातार पार्षद विकास के लिए और अपने वार्ड में काम के लिए कहते हैं, लेकिन विकास कार्य नहीं हो रहे हैं. इसलिए निगम को हर पार्षद को एक करोड़ की विकास निधि दें. वहीं इसको लेकर पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और जल्द से जल्द यह निधि पास करने की मांग की. हंगामे के बाद महापौर प्रमिला पांडेय ने यह प्रस्ताव पारित किया कि अब हर पार्षद अपने वार्ड में 1 करोड़ रुपये का विकास करा सकेंगे.

पार्षदों ने विकास की राशि मिलने पर उठाई शंका
प्रस्ताव पारित होने के बाद कई पार्षद ने धनराशि मिलने को लेकर संशय जताया. पार्षदों का कहना है कि पिछले सत्र में भी पार्षदों को 40 लाख रुपए विकास के मद में मिलने का प्रस्ताव पारित किया गया था, लेकिन अभी तक वो काम अधर में फसा हैं. इसी तरह कहीं यह प्रस्ताव भी अधर में न अटक जाएं.

10 लाइट की बात कह कर एक लाइट नहीं लगी
पार्षद सौरभ देव ने लाइट न लगने की बात कहते हुए कहा कि दिवाली को देखते हुए हर वार्ड में 10 एलईडी लाइट लगवाने के लिए कहा गया था, लेकिन दिवाली निकल जाने के बाद भी कई वार्ड में एक लाइट तक नहीं लगीं. इससे यह समझा जाएं कि ठेकेदार निगम के आदेश से भी ऊपर है. वहीं इस मामले में जिम्मेदार फार्म के अधिकारी ने भुगतान न होने की बात कहीं.

इतने खर्च के बाद भी नगरवासियों को नहीं मिल रहा साफ पानी
पार्षद मेनिका सेंगर ने गंदे पेय जल की समस्या का मुद्दा उठाते हुए सदन में कहा कि लगातार नगर वासी गंदा पानी पीने को मजबूर है. उन्होंने नगर आयुक्त को बोतल में गंदा पानी दिखाकर लोगों की समस्या से अवगत कराया. इसी के साथ कई पार्षदों ने इस मामले पर सहमति जताते हुए पानी की समस्या से निजात दिलाने और शुद्ध पेय जल की व्यवस्था करने की बात कहीं.

शहर में अलग अलग जगह बनाएं जाएं स्तनपान केंद्र
एमएलसी अरुण पाठक ने सदन में अपनी बात रखते हुए कहा कि शहर में लगातार बाजारों में महिलाओं को स्तनपान की समस्या हो रही है. इसलिए नगर निगम अलग अलग जगह स्तनपान केंद्र बनाए जाएं और महिलाओं के लिए यह सुविधा मुहैया कराई जाएं. इसी के साथ उन्होंने ई लाइब्रेरी और यूथ हब बनाने की भी सदन से मांग की.

आपदा में अवसर तलाश रही नगर निगम
सपा पार्षद सोहेल अंसारी ने कहा कि यह बजट कम मुशायरे की किताब ज्यादा लग रही है. बजट में जो नगरवासी पहले से टैक्स दे रहे हैं, उनसे ही दौबारा टैक्स वसूलना गलत है. वहीं उन्होंने कहा कि नगर निगम और उसके कर्मचारी इस आपदा में अवसर तलाशने का काम कर रही है.

कानपुर: कानपुर नगर निगम में बुधवार को बजट सत्र की शुरुआत हुई. सत्र की शुरुआत ही हंगामे के साथ हुई. सत्र की शुरुआत में ही पार्षदों ने बिना चर्चा के बजट पास होने को लेकर जमकर हंगामा काटा, जिसके बाद महापौर चर्चा के लिए तैयार हो गई. पार्षदों ने उनको 1 करोड़ रुपये की निधि देने की मांग करते हुए कहा कि उन्हें निधि दी जाए, ताकि काम हो सकें. इसी के साथ गंदगी और गंदे पानी और पानी की किल्लत की समस्या का मुद्दा भी सदन में उठाया गया. इस दौरान सदन में हंगामे के साथ ही पार्षदों में भी काफी बहस हुई. उस दौरान सदन में महापौर प्रमिला पांडेय, आयुक्त अक्षय त्रिपाठी समेत कई निगम के अधिकारी मौजूद रहे.

कानपुर नगर निगम में बजट सत्र शुरू.

हर पार्षद को मिले विकास के लिए 1 करोड़ रुपये की विकास निधि
पार्षद कमल शुक्ल बेबी ने सभी पार्षद और उनके वार्ड में विकास के लिए 1 करोड़ की निधि देने की मांग की. इसी के साथ उन्होंने कहा कि लगातार पार्षद विकास के लिए और अपने वार्ड में काम के लिए कहते हैं, लेकिन विकास कार्य नहीं हो रहे हैं. इसलिए निगम को हर पार्षद को एक करोड़ की विकास निधि दें. वहीं इसको लेकर पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और जल्द से जल्द यह निधि पास करने की मांग की. हंगामे के बाद महापौर प्रमिला पांडेय ने यह प्रस्ताव पारित किया कि अब हर पार्षद अपने वार्ड में 1 करोड़ रुपये का विकास करा सकेंगे.

पार्षदों ने विकास की राशि मिलने पर उठाई शंका
प्रस्ताव पारित होने के बाद कई पार्षद ने धनराशि मिलने को लेकर संशय जताया. पार्षदों का कहना है कि पिछले सत्र में भी पार्षदों को 40 लाख रुपए विकास के मद में मिलने का प्रस्ताव पारित किया गया था, लेकिन अभी तक वो काम अधर में फसा हैं. इसी तरह कहीं यह प्रस्ताव भी अधर में न अटक जाएं.

10 लाइट की बात कह कर एक लाइट नहीं लगी
पार्षद सौरभ देव ने लाइट न लगने की बात कहते हुए कहा कि दिवाली को देखते हुए हर वार्ड में 10 एलईडी लाइट लगवाने के लिए कहा गया था, लेकिन दिवाली निकल जाने के बाद भी कई वार्ड में एक लाइट तक नहीं लगीं. इससे यह समझा जाएं कि ठेकेदार निगम के आदेश से भी ऊपर है. वहीं इस मामले में जिम्मेदार फार्म के अधिकारी ने भुगतान न होने की बात कहीं.

इतने खर्च के बाद भी नगरवासियों को नहीं मिल रहा साफ पानी
पार्षद मेनिका सेंगर ने गंदे पेय जल की समस्या का मुद्दा उठाते हुए सदन में कहा कि लगातार नगर वासी गंदा पानी पीने को मजबूर है. उन्होंने नगर आयुक्त को बोतल में गंदा पानी दिखाकर लोगों की समस्या से अवगत कराया. इसी के साथ कई पार्षदों ने इस मामले पर सहमति जताते हुए पानी की समस्या से निजात दिलाने और शुद्ध पेय जल की व्यवस्था करने की बात कहीं.

शहर में अलग अलग जगह बनाएं जाएं स्तनपान केंद्र
एमएलसी अरुण पाठक ने सदन में अपनी बात रखते हुए कहा कि शहर में लगातार बाजारों में महिलाओं को स्तनपान की समस्या हो रही है. इसलिए नगर निगम अलग अलग जगह स्तनपान केंद्र बनाए जाएं और महिलाओं के लिए यह सुविधा मुहैया कराई जाएं. इसी के साथ उन्होंने ई लाइब्रेरी और यूथ हब बनाने की भी सदन से मांग की.

आपदा में अवसर तलाश रही नगर निगम
सपा पार्षद सोहेल अंसारी ने कहा कि यह बजट कम मुशायरे की किताब ज्यादा लग रही है. बजट में जो नगरवासी पहले से टैक्स दे रहे हैं, उनसे ही दौबारा टैक्स वसूलना गलत है. वहीं उन्होंने कहा कि नगर निगम और उसके कर्मचारी इस आपदा में अवसर तलाशने का काम कर रही है.

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