कानपुर: खेल प्रेमियों के सिर पर भले क्रिकेट, फुटबाल या हॉकी का खुमार छाया रहता है. लेकिन ऐसा भी नहीं है कि कबड्डी में रुचि लेने वाले न के बराबर हैं. इस खेल की दीवानगी अन्य खेलों से बिल्कुल हटकर है. प्राचीन खेलों में शुमार कबड्डी को खेल प्रेमी खेलना भी पसंद करते हैं. अब कानपुर में कबड्डी को बढ़ावा देने और इस खेल को पहचान दिलाने के लिए खुद भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने बीड़ा उठाया है.
ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने बताया कि पीएम मोदी चाहते हैं कि खो-खो, कबड्डी समेत जो अन्य खेल हैं, उनके भी खिलाड़ियों को बढ़ावा मिले. इसके साथ ही कमजोर वर्ग के खिलाड़ी भी आगे आएं. इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ने देशभर के सभी सांसदों को एक-एक खेल चुनने का टास्क दिया था. जिसमें उन्होंने कबड्डी का खेल चुना है. कबड्डी ही क्यों, के जवाब में भाजपा सांसद ने बताया कि प्राचीन खेलों में शामिल इस खेल के खिलाड़ी पूरी तरह से फिट रहते हैं. साथ ही इस खेल का आयोजन हर गली-मोहल्ले में कराया जा सकता है. इस खेल के लिए किसी बड़े स्टेडियम की बजाय छोटे मैदानों में भी कराया जा सकता है. इस खेल के जो प्रतिभावान खिलाड़ी हैं. उन्हें अंतरराष्ट्रीय फलक तक पहुंचाने के लिए सांसद खेल प्रतियोगिता आयोजित होगी. वार्ड स्तर से इस प्रतियोगिता को कराने की योजना बनी है. जिससे हर वर्ग और तबके के खिलाड़ी सामने आ सकेंगे.
कबड्डी खेल प्रतियोगिता के बजट के सवाल पर भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी से ने कहा कि फिलहाल बजट तय नहीं है. लेकिन आगामी 15 अप्रैल से खिलाड़ियों के पंजीकरण के लिए वार्ड स्तर से अभियान शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वह अपने स्तर से कबड्डी संघ के प्रतिनिधियों से भी बात करेंगे. जिससे प्रतियोगिताओं के दौरान रेफरी व अन्य लोगों को मदद मिल सके.