कानपुर: मिडिल ईस्ट देशों से आने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉल्स को अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के माध्यम से लोकल कॉल्स में बदलने का खेल करने वाले दो आरोपियों को एटीएस ने कानपुर से धर दबोचा. दोनों ही आरोपियों के खिलाफ एटीएस के लखनऊ थाना में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आरोपियों में लाल इमली निवासी शाहिद जमाल व बेकनगंज निवासी मिर्जा असद शामिल है. वहीं, इस पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड मुंबई निवासी नाजिम खां है, जिसे जल्द ही एटीएस के अफसर गिरफ्तार करें.
दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि नाजिम ही इंटरनेशनल कॉल्स के लिए गेटवे को बाईपास कराकर सिमबॉक्स पर कॉल्स को लैंड कराता था. इससे कॉलर का बदला हुआ नंबर रिसीवर के फोन पर प्रदर्शित होता था.एटीएस अफसरों को शक है, कि इस काम के जरिए आरोपी व गिरोह के सदस्य टेरर फंडिंग, हवाला, रेडिक्लाइजेशन जैसे कामों में काफी समय से लिप्त थे। गिरफ्तार आरोपियों के पास से एटीएस अफसरों को 13 एक्टिवेटेड सिम, 4 सील बंद सिमबॉक्स, 4000 प्री-ऐक्टिवेटेड सिमकार्ड समेत मॉडम, राउटर व अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण व सामान मिला है.
एटीएस के एक आला अफसर ने बताया कि शहर के चुन्नीगंज, जरीबचौकी व जाजमऊ में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित मिले. लगभग दो माह से एटीएस कानपुर फील्ड यूनिट के कई अफसर इस टास्क में लगे थे. दोनों ही आरोपी बेहद शातिर हैं, जब उन्हें शक हुआ तो कुछ दिनों के लिए उन्होंने इस काम को बंद भी किया लेकिन, फिर लालच में आकर जैसे ही वर्किंग शुरू की तो साक्ष्यों के साथ ही इन्हें धर दबोचा गया। तीनों ही क्षेत्र एेसे हैं, जहां घनी आबादी है। साथ ही एेसे क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का संपर्क भी मिडिल ईस्ट के देेशों से है.